मुख्यमंत्री साय के सुशासन में जिले के किसान बन रहे समृद्ध और आत्मनिर्भर

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Update: 2024-11-29 16:37 GMT
Kondagaon. कोण्डागांव। मुख्यमंत्री विष्णुदेव के सुशासन में राज्य के किसान विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर न केवल अच्छी उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं बल्कि उनके उपज का उचित दाम भी मिल रहा है। इससे वे अच्छी आय प्राप्त करने के साथ अपने खेती किसानी के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहे हैं। राज्य शासन किसानों के कल्याण और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। किसानों के प्रति शासन की इसी दूरदृष्टि सोच और प्रतिबद्धता का परिणाम है कि जिले के कई किसान शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए एक समृद्ध व खुशहाल किसान के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैं।
राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का प्रभाव अब गांव-गांव में दिखने लगा है। किसानों को अब अपनी फसल के लिए उचित दाम मिलने के साथ-साथ तकनीकी सहायता भी मिल रही है। मुख्यमंत्री साय की नेतृत्व में किसानों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कदम उठाए जा रहा हैं। धान खरीदी केंद्रों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने डिजिटल व्यवस्था को प्राथमिकता दी है। किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए समय-समय पर जिला प्रशासन द्वारा जिले के उपार्जन केन्द्रों में निरीक्षण भी किया जा रहा है। कोण्डागांव विकासखण्ड अंतर्गत धान उपार्जन केन्द्र चिपावण्ड में धान बेचने पहुंचे ग्राम भगदेवा पटेलपारा के किसान चमरू कोर्राम ने बताया कि उनका लगभग साढ़े छह एकड़ पंजीयन है और आज 136 क्विंटल का धान बेचने पहुंचे हैं। धान खरीदी केन्द्र की व्यवस्थाओं से खुश कोर्राम ने बताया कि धान बेचने के दौरान कोई परेशानी नहीं हुई। राज्य शासन द्वारा 21 क्विंटल के मान से धान की खरीदी हो रही है। साथ ही केन्द्र में माईक्रो एटीएम की भी व्यवस्था की गई है, जिससे किसानों को नगद राशि निकालने के लिए बैंकों के चक्कर नहीं काटने पड़ रहे हैं। यह सुविधा किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रही है।
कृषक चमरू राम कोर्राम को केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड और मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसे योजनाओं का लाभ मिल रहा है, जिससे वे खेती-किसानी में निरंतर प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत उनके खेती की मिट्टी की जुलाई माह में कृषि विभाग द्वारा परीक्षण किया गया था, जिसके बाद रिपोर्ट कार्ड देकर उन्हें खेत में यूरिया का उपयोग कम करने और जैविक खाद का उपयोग बढ़ाने को कहा गया। इसके बाद उन्होंने जैविक खाद की मात्रा को बढ़ाते हुए कृषि कार्य किया और इसका अच्छा परिणाम सामने आया। चमरू राम ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का भी लाभ मिल रहा है, जिसका उपयोग वे खाद, बीज व कृषि कार्य से संबंधित छोटी-छोटी
आवश्यकताओं
को पूरा करने में करते हैं। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भी खेती कार्य से जुड़े जरूरतों जैसे खाद, बीज, कृषि उपकरण की आवश्यकता को पूरा करने में वित्तीय सहायता मिल जाती है। इस तरह केन्द्र एवं राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए सतत प्रयासरत है। कृषि योजनाओं का दायरा व्यापक करते हुए किसानों को न केवल आर्थिक सहायता दी जा रही है, बल्कि उन्हें नई तकनीकों और जैविक खेती के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री साय की नीतियों और प्रशासन की सक्रियता से किसानों के जीवन में बदलाव आ रहा है।
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