धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के देमार गांव में चोरी की नीयत से घुसे दो सगे भाइयों ने, जिनमें से एक नाबालिग है, एक महिला की हत्या कर दी और उसकी दुधमुंही बच्ची को बुरी तरह से घायल करने के बाद मरी समझकर छोड़ दिया। इस घटना को अंजाम देने वाले एक नाबालिग सहित दो सगे भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनो आरोपी चोरी की नीयत से घर में घुसे थे। इन चोरों ने दो साल की बच्ची पर भी चाकू से वार किया था। दोनो सगे भाई 10 हजार नकद और करीब एक लाख रुपयों के गहने पार कर दिए थे। आरोपी आवास पारा ग्राम देमार थाना अर्जुनी के निवासी बताए गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, रक्षाबंधन के त्यौहार पर दोनों भाइयों के पास खर्चे के लिए पैसे नहीं थे। जिसके बाद दोनों ने प्लान बनाकर चोरी करने की ठानी। मोहल्ला सूना होते ही दोनो मृतका के घर खिड़की का पर्दा हटाकर अंदर घुस गए। अंदर घुसकर दोनो कमरे में खोजबीन करने लगे। जब कुछ नहीं मिला तो दोनों बाहर निकल रहे थे। तभी महिला ने उन दोनों को देख लिया। देख लेने पर उनकी पोल खुलने के भय से आरोपियों ने महिला को रसोई कमरे में ले जाकर उसका मुंह और नाक दबाकर बेहोश कर दिया। उतने में ही उसकी बच्ची रोने लगी तब एक भाई ने उसके मुँह को दबाये रखा। महिला को होश आने के डर से मुकेश वापस रसोई कमरे में गया और वहां रखे चटनी पीसने के सील (पत्थर) को दोनो हाथ से उठाकर महिला के सीने में दो बार और बांये गाल में एक बार पटक कर उसकी हत्या कर दी।
आरोपी ने बच्ची के गर्दन को पकड़कर उसे भी मारने के लिए उसे मुंह के बल जमीन पर पटक कर रगड़ दिया। अपनी जेब में रखे चाबी रिंग में लगा छोटे से चाकू से बच्ची के होंठ और बांये गाल को काट दिया। इतना ही नहीं इस घटना को अंजाम देने के बाद गड्ढा खोदकर जेवरात छुपाया। दोनो सगे भाइयों ने जेवरात एवं नकदी 10 हजार रुपये कुल 80 हजार रुपये की चोरी कर वहां से फरार हो गये। पास के तालाब के मेड़ की ढलान पर गड्ढा खोदकर पर्स सहित सोने-चांदी के जेवरात को दबाकर उसके उपर छोटे छोटे पत्थर को रखकर छुपा दिया था। दोनो भाइयों ने नकद रकम को खाने-पीने में खर्च कर दिया। अर्जुनी पुलिस ने पुलिस ने धारा 450, 302, 307, 380 के तहत आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।