मुंगेली। पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन सिंह द्वारा जिले में अनैतिक गतिविधियों पर नजर रखते हुए सख्त कार्यवाही करने निर्देशित किया गया था परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पांडेय के मार्गदर्शन थाना चौकियों को निर्देशित किया गया था कड़ी अंतर्गत प्रार्थी खीर प्रसाद चंद्रा निवासी मदनपुर की रिपोर्ट कि डॉक्टर रुपेश खांडे एवं डॉ बलजीत सिंह द्वारा 7500/- रूपये जमा करने पर 10 प्रतिशत एवं 195000/- रुपए एक साथ जमा करने पर 10 प्रतिशत के अलावा 2.5 प्रतिशत आजीवन पेंशन मिलने का लालच देकर प्रार्थी की पत्नी नीता चंद्रा के नाम से कुल 22500/- तथा प्रार्थी से 197000/-रुपए की ठगी करने की रिपोर्ट पर थाना मुंगेली में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना दौरान साक्षियों के कथन अनुसार प्रकरण में इनामी चिटफंड एवं धन परिचालन पाबंदी अधिनियम 1978 की धारा 3,4,5, चिटफंड अधिनियम व निवेशको के हितों के सरंक्षण अधिनियम की धारा 10 जोड़ी गई। कंपनी द्वारा निवेशकों से कुल 21 लाख 72 हजार रुपए की ठगी की गई है।
प्रकरण के आरोपी डॉ रूपेश खांडे निवासी नवागढ जिला बेमेतरा एवं अन्य आरोपी बलजीत डॉ बलजीत सिंह निवासी रोमी इलेक्ट्रॉनिक के पास चंडीगढ,पंजाब को पूर्व में गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है। प्रकरण की विवेचना के दौरान हमतुम इंडिया मल्ट्रीट्रेड लिमिटेड कंपनी का पंजीकृत आर.ओ.सी. रजिस्ट्रार चंडीगढ़ से प्राप्त हुआ है जिसके अनुसार घटना दिनांक को 1) मैनेजिंग डायरेक्टर जसविंदर सिंह निवासी गुरूनानक कॉलोनी, एजीएन कॉलेज लुधियाना,पंजाब, 2) डायरेक्टर दर्शन सिंह निवासी जिला संगरूर पंजाब,3) एडिशनल डायरेक्टर अजैब सिंह निवासी गुरूद्वारा साहिद खनलखुर्द, जिला संगरूर पंजाब, एवं 4) एडिशनल डायरेक्टर कुलप्रीत सिंह निवासी स्ट्रीट नं 8 पेट्रोल पंप न्यू जनता नगर लुधियाना पंजाब होने के कारण दिनांक 27.11.2022 को उक्त व्यक्तियों को इस प्रकरण में आरोपी बनाया गया है। प्रकरण की विवेचना के दौरान आरोपी डायरेक्टर दर्शन सिंह एवं आरोपी एडिशनल डायरेक्टर अजैब सिंह वर्तमान में थाना शिमलापुरी, जिला लुधियाना पंजाब के अपराध में सेंट्रल जेल लुधियाना में निरूद्ध होने की सूचना पर माननीय विशेष न्यायालय जिला मुंगेली से आरोपी डायरेक्टर दर्शन सिंह एवं आरोपी एडिशनल डायरेक्टर अजैब सिंह का प्रोडक्शन वारंट जारी कराकर पंजाब के संबंधित न्यायालय से गिरफ्तारी की अनुमति एवं ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर माननीय विशेष न्यायालय मुंगेली के समक्ष पेश किया गया।
प्रकरण की विवेचना एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में उप निरीक्षक आलोक सुबांध,प्रधान आरक्षक प्रकाश शुक्ला,आरक्षक मनीष गेंदले,एवं रामकिशोर कश्यप की महत्वपूर्ण भूमिका रही।