भिलाई। दुर्ग और राजनांदगांव जिले में पदस्थ जीआरपी के दो आरक्षक गांजा तस्करी का कार्य कर रहे थे। दोनों सिपाही ओडिशा के गांजा तस्करों के संपर्क में थे। वे ट्रेन से गांजा मंगवाकर कोचिया तक पहुंचाते थे। रविवार को मोहन नगर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गांजा तस्करों के एक गिरोह को पकड़ा, जिसमें राजनांदगांव जीआरपी का एक सिपाही भी शामिल था। उसने जानकारी दी कि दुर्ग के जीआरपी के सिपाही के साथ वो गांजा तस्करी का काम करता था। आरोपितों की गिरफ्तारी की जानकारी लगते ही दुर्ग जीआरपी का सिपाही अपना मोबाइल बंद कर फरार हो गया है। मोहन नगर पुलिस ने चारों आरोपितों के पास से 11 किलो गांजा जब्त किया है। जिसकी कीमत एक लाख 14 हजार 500 रुपये आंकी गई है। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की है।
पुलिस ने बताया कि रविवार को दुर्ग रेलवे स्टेशन के पीछे सूर्या होटल के पास से आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों ने एक थैले के भीतर प्लास्टिक की बोरी में 11 किलो गांजा छिपाकर रखा था। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में राजनांदगांव जीआरपी में पदस्थ सिपाही शैलेष कुमार ध्रुव (34) निवासी रेलवे कालोनी दुर्ग व तीन कोचिया अजय कुमार ध्रुव (26) निवासी गांधी चौक तितुरडीह दुर्ग, अरुण कुमार यादव (29) निवासी शिव मंदिर के पास तितुरडीह दुर्ग और अजय कुमार वर्मा (30) निवासी ग्राम बम्हनी सुकुल दैहान जिला राजनांदगांव शामिल है।
पूछताछ में आरोपित सिपाही शैलेष कुमार ध्रुव ने पुलिस को जानकारी दी कि वो दुर्ग जीआरपी में पदस्थ सिपाही वसीम अहमद निवासी केलाबाड़ी दुर्ग के साथ मिलकर गांजा तस्करी की चेन चला रहा था। आरोपित सिपाही वसीम अहमद नेे उसे पहले चार से पांच बार गांजा मंगवाकर दिया था। जिसे उसने कोचिया तक पहुंचाया था। आरोपित सिपाही ने ये भी बताया कि वे लोग ओडिशा से गांजा लाकर यहां खपा रहे थे। दूसरा सिपाही वसीम अहमद अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। बाकी के गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।
जनवरी 2023 में मोहन नगर पुलिस ने जीआरपी दुर्ग के दो सिपाही विकास सिंह और शैलेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया था। ये दोनों सिपाही दुर्ग जीआरपी में पदस्थ थे और ओडिशा के गांजा तस्करों से गांजा मंगवाकर उसकी सप्लाई करते थे। इन सिपाहियों के साथ मध्यप्रदेश के भिंड जिले का रहने वाला आकाश भदौरिया नाम का युवक भी गिरफ्तार हुआ था। आकाश भदौरिया इन दोनों सिपाहियों से गांजा लेने दुर्ग आया था। उस कार्रवाई के बाद गांजा तस्करी का ये दूसरा मामला है, जिसमें जीआरपी के जवानों की संलिप्तता उजागर हुई है।