कर्नाटक। कर्नाटक के कोडागु में कथित रूप से एक धर्म के लोगों की सामूहिक हत्या और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की साजिश रचने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता ने बातचीत की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी कर आरोप लगाया था कि मदिकेरी नगर निगम के एक सदस्य मुस्तफा और जेडीएस नगर निगम के सदस्य बेट्टागेरे अब्दुल्ला ने एक धर्म के लोगों को मारने के लिए पेट्रोल बम फेंकने की बात कही है. ये बातचीत मलयालम में थी. इस रिकॉर्डिंग में आरोपी दूसरे धर्म के लोगों में डर पैदा करने के लिए एक ही समय पर 50 अलग-अलग जगह पेट्रोल बम फेंकने की बात कर रहे थे.
इस मामले को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है. गौरतलब है कि हाल ही में तेलंगाना इंटेलिजेंस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यकर्ताओं की ओर से हमलों को लेकर अलर्ट जारी किया था. तेलंगाना इंटेलिजेंस की ओर से जारी इस अलर्ट में केरल और तमिलनाडु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े स्वयंसेवकों और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं पर हमले की साजिश का खुलासा किया गया था. इस अलर्ट में तेलंगाना में भी ऐसी ही साजिश की आशंका जताई गई थी.
तेलंगाना इंटेलिजेंस की ओर से जारी अलर्ट में पीएफआई के साथ ही उसके सहयोगियों की गतिविधियों पर नजर रखने का सुझाव भी दिया गया था. इंटेलिजेंस इनपुट के बाद तेलंगाना पुलिस ने आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोगों को अलर्ट कर दिया है. बता दें कि केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को बैन कर दिया है. PFI को प्रतिबंधित करने की मांग कई राज्यों ने की थी.