आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के निगरानी में जुड़वा बच्चे हुए सुपोषित, अब दोनों स्वस्थ

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Update: 2023-08-19 01:51 GMT

जशपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा सभी विकासखण्डों में बाल संदर्भ शिविर लगाया जा रहा हैै और गंभीर कुपोषित को शिविर में लाभान्वित किया जा रहा है। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका के द्वारा गृह भेंट करके महिलाओं को पौष्ट्रिक भोजन, पौषण आहार और अपने बाड़ी में हरी साग-सब्जियॉ लगाने के लिए भी प्रेरित करने के साथ-साथ कुपोषित बच्चों को वजन वृद्धि में निगरानी रखी जाती है।

इसी कड़ी में फरसाबहार विकाखण्ड के बलुवाबहार के गंभीर कुपोषित जुड़वे बच्चे के घर आई.सी.डी.एस. तपकरा-2 के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक के द्वारा संयुक्त भेट किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि ललिता बाई के द्वारा वर्ष 20 दिसम्बर 2021 को जुड़वा बच्चे को जन्म दिया। जुड़वा बच्चे में एक बालक एवं एक बालिका है। बालिका का नाम अमृता है जिसका वजन जन्म के समय 1.20 किलोग्राम और बालक आयुस 1 किलोग्राम था। ललिता बाई के दोनो बच्चे जन्म से ही गंभीर कुपोषित थे। कार्यकर्ता के निगरानी में बालिका का वजन में वृद्धि हुआ है और अब वह सामान्य ग्रेड पर आ रही है और बालक माध्यम ग्रेड पर है। दोनो बच्चो को शुरू से कंगारू मदर केयर के माध्यम से दूध पिलाने, अधिक से अधिक गर्म रखने, छः माह पूर्ण होने के बाद ऊपरी आहार देने पर कार्यकर्ता के द्वारा विशेष ध्यान रखा गया और बाल संदर्भ सेवा के लिए कार्यकर्ता द्वारा एक बच्चे को और दूसरे बच्चे को माता के द्वारा पीएचसी लेकर स्वास्थ्य जांच करवाया जाता था और बच्चो को प्रोटीन पाउडर दिया जाता था जिससे उन्हें लाभ मिला है। इन दोनो बच्चो को ठीक करने में दो वर्ष लग गए। अब बच्चे स्वास्थ्य और ठीक है। दोनो बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र स्कूलपरा में दर्ज कराया गया है।

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