उप मुख्यमंत्री बनने के बाद टीएस बाबा ने दिया बड़ा बयान, देखें VIDEO...

छग

Update: 2023-06-28 17:47 GMT
रायपुर। आभार व्यक्त करना चाहूंगा, कांग्रेस अध्यक्ष ने एक ज़िम्मेदारी दी है....सबको साथ लेकर चलना है और कोशिश करनी है कि सीमित समय में भी कांग्रेस के भले के लिए, छत्तीसगढ़ के भले के लिए, लोगों के भले के लिए जो कर सकते हैं, वो करना है: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री नियुक्त होने के बाद टी.एस. सिंह देव
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव अब छत्तीसगढ़ के नए उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा की गई है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में साल 2019 से जब से कांग्रेस की सरकार बनी थी तब से मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच काफी मतभेद देखने मिले थे। और आज दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच भी इस मुद्दे पर कई घंटे तक चर्चा चली। इस बार टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का उप मुख्यमंत्री बना दिया गया है।

राजनीतिक गलियारों में अब छत्तीसगढ़ की राजनीति को लेकर शांति का वातावरण बनाने हेतु आलाकमान ने टीएस बाबा को उप मुख्यमंत्री बनाकर एक नए अध्याय की शुरुआत कर दी है। इसी क्रम में कुमारी शैलेजा छत्तसीगढ़ कांग्रेस प्रभारी ने सभी पक्षों को एक करने के लिए जो अभियान चलाया था उसमें सफलता पा ली है और उन्होंने कहा है कि सभी लोग मिलकर आराम से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने टीएस बाबा को उप मुख्यमंत्री बनाकर राजनीति का बहुत बड़ा दांव मास्टर स्ट्रोक के रूप में खेला है।

छ्त्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव प्रदेश के डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बुधवार देर शाम इसकी घोषणा की। इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के साथ बैठक के बाद टीएस सिंहदेव ने मीडिया से चर्चा में कहा था कि प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने का अभी कोई सवाल नहीं है। दिल्ली में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ छत्तीसगढ़ के नेताओं की बैठक में विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव काे लेकर मंथन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश के नेताओं के साथ करीब तीन घंटे तक चुनावी तैयारियों को लेकर चर्चा की। कांग्रेस के आला नेताओं की मानें तो बैठक में तय किया गया कि राज्य सरकार के कामकाज को लेकर चुनाव लड़ा जाएगा। वर्ष 2018 की तर्ज पर इस चुनाव में भी सामूहिक नेतृत्व रहेगा। साथ ही लोकसभा चुनाव में भूपेश सरकार के मंत्री और वरिष्ठ विधायकों को उम्मीदवार बनाया जाएगा। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ हर संभाग के वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया था। प्रदेश में लोकसभा की 11 सीट है, जिसमें पिछले चुनाव में कांग्रेस की दो सीट पर जीत हुई थी।
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