सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ित जरूरतमंदों की यथासंभव मदद करने का करें प्रयास : डीएसपी सतीश ठाकुर

Update: 2021-08-13 13:51 GMT

रायपुर। सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं लोगों में यातायात नियमों के प्रति जन जागरूकता लाने हेतु यातायात पुलिस रायपुर द्वारा जिले के ग्रामीण थाना क्षेत्रों में चलाएं जा रहे यातायात जन जागरूकता कार्यक्रम का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधि स्वयं यातायात पुलिस के अधिकारियों से संपर्क कर यातायात चौपाल कार्यक्रम आयोजन कर रहे हैं जिसमें ग्रामीण जन बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं एवं अपने गांव के लोगों को यातायात नियमों के पालन कर वाहन चलाने हेतु प्रेरित कर रहे हैं।

बता दे की राजधानी रायपुर मे प्रतिवर्ष लगभग 2000 से 2500 के बीच सड़क दुर्घटनाएं घटित होती है जिसमें 450-500 लोगो की जान जा रही है एवं 1200 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। सड़क दुर्घटना होने के कारणों का अवलोकन करने पर सबसे ज्यादा दुर्घटना ग्रामीण क्षेत्रों पर होना पाया गया है सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु के प्रकरणों में सबसे ज्यादा मृत्यु ग्रामीण थाना क्षेत्रों में पाया गया है जहां वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का अभाव एवं सुरक्षा उपकरण हेलमेट नहीं लगाने से पाया गया जिसे देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिला रायपुर श्री अजय कुमार यादव द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के वाहन चालकों को अधिक से अधिक यातायात नियमों की जानकारी एवं पालन करने हेतु जन जागरूकता अभियान चलाए जाने निर्देशित किया गया जिस के परिपालन में यातायात पुलिस रायपुर द्वारा दिनांक 15 जून 2021 से अब तक लगातार ग्रामीण थाना क्षेत्रों के थाना प्रभारियों से संपर्क कर 45 से भी अधिक ग्राम पंचायतों में यातायात चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है।

बता दें कि यातायात पुलिस रायपुर द्वारा यातायात नियमों का विधिवत पालन करने जनसामान्य में जागरूकता प्रसारित करने पूरे जिले भर में निर्धारित नियमों का परिपालन सुनिश्चित कर अनापेक्षित सड़क दुर्घटनाओं को रोकने यातायात व पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है इसी तारतम्य में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर के निर्देश पर आज दिनांक 13 अगस्त 2021 को जिले के खरोरा थाना के ग्राम गनियारी में यातायात चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें यातायात रायपुर से उप पुलिस अधीक्षक (डी.एस. पी.) सतीश ठाकुर, निरीक्षक यातायात अंबिका प्रसाद ध्रुव, आरक्षक इंद्र कुमार पांडेय, आरक्षक हरीश साहू हेमंत वर्मा व स्थानीय थाने के कर्मचारी गण उपस्थित रहे ।

इस दौरान डीएसपी सतीश ठाकुर ने अपने उद्बोधन में विगत वर्षों की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में निरंतर हो रही वृद्धि के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए चिंता जाहिर की तथा उसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि आकस्मिक सड़क दुर्घटनाओं का मूल कारण बिना हेलमेट, मादक पदार्थों का सेवन कर, सीट बेल्ट के बिना तथा क्षमता से अधिक सवार होकर वाहन चलाने जैसी असावधानियों को बताया,उन्होंने यातायात नियमों का विधिवत पालन करने जनसमूह को प्रेरित करते हुए अनुशासित ढंग से वाहन चालन करने प्रेरित किया । श्री ठाकुर ने ततसंबंध में कुछ प्रेरक पंक्तियों व स्वामी विवेकानंद जी के प्रेरणास्पद उद्गार के माध्यम से भी लोगों को मानवीय कर्तव्यों के पालन हेतु अपील की। उन्होंने जनसामान्य को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस के समक्ष सीमित संसाधनों का उपयोग कर समाज की सुरक्षा संबंधी अनेकों चुनौतियां होती है, इसलिए उनके संबंध में मन में अनर्गल छवि न बनाएं ,किसी पूर्वाग्रह से ग्रसित न रहते हुए पुलिस को अपना मददगार समझें क्योंकि आप पूरे उत्साह और सुरक्षित ढंग से त्यौहार व उत्सव मनाएं उसके लिए पुलिस अपनी खुशियों का बलिदान करती है,महामारी काल में पुलिस के समर्पण आभास कराया। उन्होंने जनसामान्य को अपने अधिकारों के उपयोग के साथ ही साथ मानवीय व सामाजिक कर्तव्यों के परिपालन की अपील करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ित जरूरतमंदों की यथासंभव मदद करने का प्रयास करें, हो सकता है हमारे त्वरित प्रयासों से किसी को नई जिंदगी मिल जाए , उन्होंने पीड़ितों की मदद करने पर कोई प्रशासनिक व न्यायालयीन अड़चन न आने आश्वस्त भी किया ।

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