राजनांदगांव। झोपड़ी टूटने से बेघर हुआ डोंगरगढ़ का प्रकाश यादव लगभग 8 महीने से न्याय की आस लिए दफ्तरों की खाक छान रहा है, लेकिन अब तक उसे आश्वासन के सिवाय कुछ भी नहीं मिला है। राजनांदगांव कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर एक बार फिर उसने अपने तंग हालातों का हवाला देकर न्याय की गुहार लगाई है। वहीं न्याय नहीं मिलने पर सुसाइड की चेतावनी दी है।
राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 8 बधिया टोला में लगभग 10 सालों से प्रकाश यादव शासकीय भूमि पर झोपड़ी बनाकर रह रहा था। लगभग 8 माह पहले उसकी झोपड़ी को अतिक्रमण बताते हुए तोड़ दिया गया। बुधवार को राजनांदगांव कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे प्रकाश यादव ने बताया कि जब वो गणेश विसर्जन के लिए गया था, तब पार्षद पति जयेश सहारे ने बिना किसी सूचना के उसके घर पर जेसीबी चलवा दिया।
पीड़ित प्रकाश यादव ने कहा कि पार्षद पति ने उससे 30 हजार रुपयों की मांग की थी, जिसमें से उसने 22 हजार रुपये दिए भी थे। प्रकाश यादव ने बताया कि पार्षद पति नगर पालिका परिषद में दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्यरत भी है, जिसके चलते उसने सिर्फ उसी के मकान को ही जेसीबी से तुड़वाया, जबकि सरकारी जमीन पर उसी जगह अन्य लोगों के मकान अभी भी मौजूद हैं।