गणेश व दुर्गा पूजा पर आदिवासियों ने उठाए सवाल, SDM को ज्ञापन देकर रोक लगाने की मांग की
ज्ञापन की कॉपी में तहसीलदार मानपुर की मोहर मौजुद
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजनांदगांव। माओवादी गतिविधियों के साथ साथ उग्र जातीय अभिमान के विभिन्न प्रदर्शनों और मांगो की वजह से चर्चित और विवादित रहने वाले मानपुर इलाक़े में एक आवेदन ने फिर से इस इलाक़े को विवाद की वजह से चर्चित होने के अप्रिय संयोग के साथ सामने ला दिया है। सर्व आदिवासी समाज संगठन जिस पर अधिकारिता को लेकर विवाद सरे राह है, उस सर्व आदिवासी समाज के सोहन पोटाई गुट की ओर से एक पत्र SDM को भेजा गया है, जिसमें लिखा गया है।
"मानपुर अनुसुचित क्षेत्र है, पाँचवी अनुसूची क्षेत्र घोषित है,हिंदु धर्म को मनाने वाले लोग निरंतर अपने धार्मिक प्रचार माध्यमों से हमारी संस्कृति और सभ्यता को दूषित करते आ रहे हैं जिससे हमारी अनादिकाल से चली आ रही रुढीवादी संस्कृति और परंपरा पर ख़तरा मंडराने लगा है। यह ज्ञात हो कि हमें संविधान के द्वारा संस्कृति और संरक्षण प्राप्त है, अत: निवेदन है कि सार्वजनिक और शासकीय स्थानों पर गणेश दुर्गा स्थापना पर रोक लगाते हुए ऐसा करने वाले के ख़िलाफ़ वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करें।"
इस पत्र की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। इस पत्र पर तहसीलदार मानपुर की मोहर बतौर रिसिव्हिंग मौजुद है।