खरोरा। रायपुर के खरोरा में बेशकीमती पेड़ों की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। प्रभारी सरपंच ने मनमाने ढंग से न केवल बेशकीमती पेड़ों की कटाई की बल्कि इन्हें बेच भी दिया। इसके लिए प्रभारी सरपंच ने किसी को सूचित तक नहीं किया। वहीं मामले की भनक लगते ही तत्काल काम को बंद कराया गया। इस मामले में पर्यावरण और राजस्व विभाग को भारी क्षति पहुंची है। दरअसल, मामला ग्राम पंचायत भटभेरा का है। मिली जानकारी के अनुसार यहां बेशकीमती बबूल के पेड़ नया तरिया पार में हजारों की संख्या में लगे हुए हैं। इसमें से 93 पेड़ को प्रभारी सरपंच जितेंद्र निषाद के द्वारा बिना किसी वजह से कटाई किया गया।
पेड़ों की कटाई पंचायत प्रस्ताव के बिना और बिना ग्रामीण को सूचना किए प्रभारी सरपंच जितेंद्र निषाद द्वारा बेच दिया गया। इसकी शिकायत तहसीलदार से की गई। शिकायत मिलते ही तत्काल पटवारी को मौके पर भेज कर कटाई को रुकवाया गया। तब तक 93 पेड़ काट चुके थे। इससे पर्यावरण और राजस्व विभाग को क्षति पहुंची है। इस मामले प्रभारी सरपंच जितेंद्र निषाद ने कहा कि गांव की सभा ने यह पेड़ कटवाया है, क्योंकि गांव की फसल के लिए माइनर का निर्माण जरूरी था। यह नहीं हो पा रहा था इसलिए पुरानी माइनर की मरम्मत करने यह पेड़ की कटाई की गई है। सरपंच ने कहा कि मैं सरपंच तो हूं लेकिन वित्तीय अधिकार नहीं है इसलिए गांव का कोई भी कार्य नहीं कर पा रहा हूं, इसलिए गांव वाले खुद ही समस्या दूर कर रहे हैं। सचिव संजय वर्मा ने बताया की पेड़ कटवाने के लिए किसी भी प्रकार पंचायत सभा नहीं हुई थी।