15 सौ खाते से 30 करोड़ का लेन-देन, 1000 करोड़ के सट्टे का अनुमान

Update: 2022-04-03 05:24 GMT

सटोरियों ने बदला ठिकाना, रायपुर-भिलाई से संचालित हो रहा क्रिकेट सट्टा

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। जनता से रिश्ता लगातार क्रि केट सट्टा को लेकर खबरें प्रकाशित किया था, जिसमें सटोरियों की सिंडिकेट ग्रुप एक ऐप बनाकर सट्टा का लेनदेन कर रहा है। मोहन नगर थाना अंतर्गत पुष्पक नगर में पिछले दिनों ऑनलाइन सट्टे के मामले में हुई तीन सटोरियों की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ऑनलाइन सट्टे का ये पूरा बिजनेस महादेव बुक के नाम से 5 राज्यों में संचालित है। पुलिस महादेव बुक एप की जांच कर रही है।

दुबई और पाकिस्तानी कनेक्शन तक का खुलासा हो चुका है। हफ्ते में करीब 100 करोड़ का कारोबार हो रहा है। 5 राज्यों में करीब 20 हजार बैंक खातों के जरिए यह फ्रॉड का खेल फलफूल रहा है। खास बात यह है कि अधिकांश बैंक खाते फर्जी कंपनी व व्यक्ति के नाम पर खोले गए हैं। इतना ही नहीं, करीब 9 हजार ऑनलाइन वॉलेट का भी उपयोग हो रहा। इसमें से करीब 15 सौ खाते छत्तीसगढ़ में हैं। सामान्य दिनों में 25 से 30 करोड़ तक का कारोबार होता है। आईपीएल के दौरान यह कारोबार और बढ़ा है। दुर्ग एएसपी सिटी संजय ध्रुव ने बताया कि जब्त बैंक अकाउंट की डिटेल खंगाली जा रही है। अब तक इनके 31 बैंक अकाउंट का पता चला है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी। मोहन नगर पुलिस ने पुष्पक नगर से जिस आलोक को पकड़ा, उसके पास से जब्त अकाउंट की डिटेल खंगाली गई। इससे पता चला है कि 29 खाते एक ही निजी बैंक में खोले गए। जबकि 2 अकाउंट राजनांदगांव के मिले हैं। सभी खाते आलोक के परिजन, रिश्तेदार और परिचितों के नाम से खोले गए। दो महीनों में 10 लाख रुपए के लेनदेन इन खातों से हुए हैं। राजनांदगांव और कैम्प इलाके का कपड़ा व्यापारी के साथ पानी का बिजनेस करने वाले तीन व्यापारी हवाला के जरिए पैसा मुंबई, गुजरात, एमपी और आंध्रप्रदेश तक पहुंचा रहे हैं। छग में 31 बैंक अकाउंट की डिटेल मिल चुकी, जांच जारी जब्त बैंक अकाउंट की डिटेल खंगाली जा रही है। अब तक इनके 31 बैंक अकाउंट का पता चला है। इन खातों में 10 लाख का ट्रांजेक्शन मिला है। सट्टे का काम कई राज्यों में संचालित हो रहा है। पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। कुछ लोगों के दुबई में होने का पता चला है। संजय ध्रुव, एएसपी सिटी दुर्ग ने बताया कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

मल्टीलेयर में बैंक अकाउंट से होता है अन्य खातों में ट्रांजेक्शन

ऑनलाइन सट्टा के पैसों के लेनदेन के लिए मल्टीलेयर बैंक अकाउंट का उपयोग किया जा रहा है। एक खाते से दूसरे और फिर तीसरे अकाउंट में पैसा डिपॉजिट किया जाता है। पूरा ट्रांजेक्शन ऑनलाइन किया जाता है। ठीक इसी तरह ऑनलाइन वॉलेट में भी होता है। पूरा ट्रांजेक्शन इतने सिस्टमेटिक तरीके से किया जाता है कि पता लगाना बहुत कठिन होता है। पुलिस के मुताबिक मल्टीलेवल ट्रांजेक्शन का पता मोहन नगर में जब्त खातों से हुआ है। सट्टा का यह व्यापार छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, मप्र, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र तक फैला हुआ है। मप्र में कुछ बैंक अकाउंट गुजरात के भी मिले हैं। आशंका है कि यह गिरोह पूरे देश में सक्रिय होने की फिराक में है। छत्तीसगढ़ में करीब 4 हजार बैंक खाते और 15 सौ ऑनलाइन वॉलेट के जरिए लेनदेन किया जा रहा है। इसी तरह बाकी राज्यों में भी अकाउंट खोलकर ट्रांजेक्शन किया जा रहा है। इन खातों में ज्यादातर सेविंग अकाउंट है। इनमें छोटी रकम का ट्रांजेक्शन करना आसान होता है। दुर्ग छत्तीसगढ़ निवासी कैलाश कुमार और अहमदाबाद के अनवर भाई व आशीष पांडेय निवासी असम को भी ऑनलाइन काम कर रुपए कमाने का प्रलोभन देकर इसी तरह धोखाधड़ी की। ऐसे कई लोग हैं जिन्हें छोटे-छोटे से प्रलोभन देकर ठगा। अधिकारी संघ द्वारा आवश्यक पहल किए जाने की सहमति बनी. जनसम्पर्क विभाग की सहयोगी संस्था छत्तीसग? संवाद में प्रतिनियुक्ति के पदों पर जनसम्पर्क अधिकारियों की ही नियुक्ति करने के संबंध में भी चर्चा अधिवेशन में की गई।

नशे के कारोबारी पर शिकंजा, बिलासपुर पुलिस ने तीन महीने में 70 लाख का नशीला पदार्थ पकड़ा

न्यायधानी में नशे के खिलाफ अभियान चला कर पुलिस ने 70 लाख रुपये से अधिक के नशीले पदार्थों को जब्त किया है. पुलिस ने नशे के कारोबार में लिप्त 75 लोगों को भी गिरफ्तार किया है.जानकारी के अनुसार पिछले तीन माह में न्यायधानी की नारकोटिक्स टीम व एंटी सायबर व क्राइम टीम के अलावा थानों की पुलिस टीम ने लगातार नशीले पदार्थ टेबलेट,इंजेक्शन,सिरप,ब्राउन शुगर,एमडीएमए एवं गांजा जब्त किया है.

तीन दर्जन से अधिक प्रकरण बनाएं गए : इसी दौरान पुलिस ने 26 प्रकरणों में 61 लाख रुपये कीमती 700 किलोग्राम गांजा जब्त कर 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तो वही चार प्रकरणों में आठ आरोपियों के कब्जे से 2 लाख 75 हजार कीमती 53 ग्राम ब्राउन शुगर व एमडीएमए जब्त किया गया है. इसी तरह 7 प्रकरणो में 8 आरोपियों से 2500 बॉटल कफ सिरफ तो वहीं 8 प्रकरणों में 12 आरोपियों से 15,000 नग नशीला टैबलेट जब्त की गई है. इसी तरह 8 प्रकरणों में 12 आरोपियों से 10,000 नग नशीला इंजेक्शन जब्त किया गया है.

युवाओं को गांजा सप्लाई करने निकले 2 पैडलर्स गिरफ्तार

इधर कांकेर के बरदेभाटा चौक से कांकेर पुलिस ने ग्राहकों तक गांजा पहुंचाने वाले दो पैडलर्स को पकड़ा। पुलिस को सूचना थी कि शहर के नशेड़ी नवयुवकों को रोजाना दो युवक अलग-अलग जगहों पर गांजा की सप्लाई देते हैं। इस पर पुलिस ने जाल बिछाते दोनों को बरदेभाटा चौक में गांजा समेत पकड़ लिया। गांजे के कुछ पैकेट के साथ ही उनकी बाइक भी जब्त की गई है। वे गांजा कहां से ला रहे थे इसकी जानकारी फिलहाल समाने नहीं आ पाई है।

पुलिस को सूचना मिली थी कि दो युवक शहर में रोज सुबह 11 बजे तक आते हैं और नवयुवकों को गांजा की सप्लाई देकर वापस लौट जाते हैं। मुखबिर ने युवकों का हुलिया बताते जानकारी दी थी कि वे बाइक से शहर में आते हैं। उनके पास एक बैग होता है, जिसमें छोटे छोटे पैकेटों में गांजा भरा रहता है। इसके वे मुंहमांगे दाम पर बेचते हैं। सूचना पर टीआई शरद दुबे ने अपनी टीम 1 अप्रैल की सुबह से ही कुछ रास्तों में लगा वाहनों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी थी। बरदेभाटा चौक में खड़ी टीम को दो युवक पल्सर बाइक में दुधावा सरोना मार्ग से कांकेर की ओर आते नजर आए। टीम ने युवकों को रोक उनकी जांच पड़ताल की। बाइक के हैंडल से बंधे पिठ्ठू बैग में गांजा के पैकेट थे, जिसका कुल वजन करीब 1.5 किलो था। पूछताछ में दोनों ने अपना नाम विजय नेताम (26) पिता श्याम निवासी बेवरती व आलोक निषाद (24) पिता देवचंद निवासी पटौद बताया। दोनों कांकेर के रहने वाले हैं। टीआई शरद दुबे ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से गांजा के अलावा एक बिना नंबर की बाइक भी जब्त की गई है। ये युवक गांजा कहां से जा रहे थे इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।

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