जशपुर। देशभर में बढ़ती हुई सड़क दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों का विश्लेषण कर आवश्यक सुधारात्मक उपाय करने तथा दुर्घटनाओं में नियंत्रण के उद्देष्य से केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MORTH) ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) तथा IIT मद्रास के सहयोग से एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस मोबाइल ऐप और वेब एप्लीकेशन तैयार किया है। इस एप्लीकेशन पर अपलोड किये गए डाटा संबंधित विभागों पुलिस, परिवहन, हाईवे तथा स्वास्थ्य के माध्यम से सड़क सुरक्षा की भावी कार्य योजनाओं के लिये अत्यंत उपयोगी होंगे। प्रदेश के विभिन्न मार्गों में दुर्घटनाओं के सही कारण मालूम होने से आवश्यक सुधारात्मक उपाय किये जाने से दुर्घटनाओं में कमि संभावित है। इस हेतु ऑनलाईन विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सरगुजा संभाग हेतु संजय शर्मा पुलिस मुख्यालय रायपुर तथा सारांश शिर्के (SRM iRAD) के मार्गदर्शन में एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस (iRAD) का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
जिसमे सभी विवेचकों को सड़क दुर्घटनाओं से जुडी विभिन्न प्रकार की जानकारी को एप्प के माध्यम से एकत्र करने तथा इसकी गुणवत्ता को बनाये रखने के बारे में प्रशिक्षित किया गया साथ ही यह भी बताया गया की सड़क दुर्घटनाओं के कारण जानने हेतु परिवहन, हाईवे तथा स्वास्थ्य विभाग को किस प्रकार उक्त सम्बन्ध में रिक्वेस्ट भेज कर जानकारी प्राप्त की जावे जिससे किसी भी दुर्घटना के सभी कारकों की निकट सम्पूर्ण जानकारी से शासन को अवगत कराया जा सके जिससे भविष्य में उक्त क्षेत्र में जरूरी कार्यात्मक सुधार किये जा सकेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑनलाईन विडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उमेश कुमार कष्यप (ASP) रवि शंकर तिवारी (TIजशपुर) सौरभ चंद्राकर (सूबेदार एवं सहायक नोडल iRAD) एवं शशिकान्त नायक (DRM iRAD जशपुर) उपस्थित थे। सम्पूर्ण भारत में सड़क दुर्घटना से होने वाली मृत्यु का आंकड़ा प्रतिवर्ष बढ़ते जा रहा है, जिसको दृष्टिगत रखते हुये एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (iRAD) परियोजना तैयार किया गया है। जिसमें सड़क दुर्घटनाओं का कारण ज्ञात किया जावेगा एवं भविष्य में भिन्न भिन्न कार्यात्मक सुधार लाये जायेंगे, इस तारतम्य में सरगुजा संभाग के सभी जिलों के विभिन्न थानों में निरीक्षक, विवेचक स्तर के पुलिस अधिकारी उपस्थित हुए।