बेमेतरा। पोट्ठ लइका अभियान बेमेतरा अनुविभाग में एक पोषण परामर्श का अभियान है, जो पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा के निर्देशानुसार अनुविभागीय अधिकारी सुरुचि सिंह के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में जिले के सारे महिला बाल विकास के सुपरवाइजर्स का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में एसडीएम बेमेतरा, नवागढ़, बेरला, डीपीओ, संयुक्त कलेक्टर उपस्थित थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला अस्पताल के एनआरसी की डॉक्टर दीप्ति द्वारा दिया गया। इस प्रशिक्षण में कुपोषण के कारणों पर विस्तार से चर्चा की गई, उन्होंने बताया की शिशु को 6 माह उपरांत केवल स्तनपान पिलाने, बच्चों में ज्यादा अंतर न होने, ठीक से हाथ न धोने और बिस्कुट, कुरकुरे नमकीन ज्यादा खाने से भी कुपोषण हो सकता है।
इस अभियान को पूरे जिले में चलाने का भी संकल्प लिया गया। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि पोट्ठ लइका अभियान के तहत बेमेतरा अनुविभाग के सबसे कुपोषित 37 गांव में अतिकुपोषण में 50 प्रतिशत कमी और मध्यम कुपोषण में 32 प्रतिशत की कमी आयी है। एसडीएम बेमेतरा ने सभी सुपरवाइजर्स एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों में दिए जाने वाले पौष्टिक आहार खिचड़ी, अण्डा/केला, गुड़ चना, दलिया इत्यादि की साफ-साई एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना अंतर्गत कुपोषित बच्चों व गर्भवती/शिशुवती माताओं को पौष्टिक आहार प्रदान करने व स्वच्छता के प्रति जागरूक करने को कहा।