गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में एक वृद्ध ने अपने बेटे का गला घोंटकर मार डाला। बेटा रोज-रोज झगड़ा करता था, इससे तंग आकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद अपने बड़े बेटे के साथ उसका शव देर रात कंबल में लपेट कर ले गया और नदी किनारे दफना दिया। 12 दिन बाद जब शव की शिनाख्त हुई तो हत्या की गुत्थी सुलझी। पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। मामला मरवाही थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश बॉर्डर से निकलने वाले गुजरानाला के किनारे 26 जून को रेत में दफन के एक युवक का शव पुलिस को मिला था। शव काफी सड़ी-गली हालत में था। पुलिस ने आसपास के लोगों से शिनाख्त कराने का प्रयास किया, पर पहचान नहीं हो सकी। मर्ग दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहां पता चला कि युवक की गला दबाने से मौत हुई है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
शराब पीने का आदी था, रोज झगड़ता
पुलिस ने गुजरानाला के आसपास बसे गांवों से पहचान का प्रयास किया, तो शव की शिनाख्त ऐंठी गांव निवासी बीरन सिंह (32) पुत्र देवचरण पोर्ते के रूप में हुई। शव की पहचान बीरन सिंह की पत्नी व बच्चों ने की। पूछताछ में पता चला कि 15 जून को बीरन अपने पत्नी और बच्चों को बोर गाड़ी का पैसा देने के लिए लपटा जाने के लिए निकला था, पर वहां पहुंचा ही नहीं। यह भी पता चला कि बीरन शराबी था और नशे में परिवार से लड़ाई करता था।
पिता और बड़ा भाई रहने लगे थे अलग
बीरन के रोज-रोज के लड़ाई-झगड़े से परेशान होकर उसके पिता और बड़ा भाई डेहन सिंह खेत में मकान बनाकर रहने लगे थे। पुलिस ने संदेह के आधार पर पिता और भाई से अलग-अलग पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार ली। बताया कि 15 जून को बीरन शराब पीकर आया। उस समय दोनों घर में ही थे। आते ही बीरन ने फिर लड़ाई-झगड़ा शुरू कर दिया। इस पर पिता-पुत्र ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
पिता-पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया
हत्या के बाद आरोपी पिता-पुत्र ने शव को पैरावट में छिपा दिया। फिर देर रात कंबल में लपेट कर नदी किनारे ले गए। वहां गड्ढा खोदकर रेत में दफना दिया। जबकि कंबल को नदी में बहा आए। अपनी बहू को भी इस बारे में कुछ नहीं बताया। बीरन की पत्नी यही समझती रही कि उसका पति कहीं चला गया है। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों देवशरण पोर्ते (61) और उसके बड़े बेटे डेहन सिंह पोर्ते (35) को गिरफ्तार कर लिया है।