बाघ मित्र नियुक्त किए जाएंगे

Update: 2025-01-14 04:21 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ में हाथी और बाघ जैसे वन्य जीवों की मौत पर राज्य शासन ने हाईकोर्ट को बताया कि, प्रदेश में बाघों की सुरक्षा को लेकर उपाय किए जा रहे हैं। उत्तरप्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिजर्व की तर्ज पर ग्रामीणों को बाघ मित्र बनाने का निर्णय लिया गया है।

उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। जिससे वे बाघों की सुरक्षा करने में सरकार की मदद करेंगे। वहीं, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डिवीजन बेंच ने इन मामलों की गहन मानिटरिंग करने निर्देश दिए। केस की अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी।

दरअसल, 8 नवंबर 2024 को कोरिया जिले के गुरू घासीदास नेशनल पार्क स्थित नदी किनारे एक बाघ का शव बरामद हुआ था। यह शव सोनहत-भरतपुर सीमा के देवशील कटवार गांव के पास पाया गया। शुरुआती जांच में बाघ के नाखून, दांत और आंख जैसे अंग गायब पाए गए। जिससे यह संदेह जताया गया कि, बाघ को जहर देकर मारा गया होगा। हालांकि, शपथपत्र में बताया गया कि बाघ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहर की पुष्टि नहीं हुई है और बीमारी से मौत की संभावना जताई गई है। बिसरा रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।

Tags:    

Similar News

-->