कोरबा। जिले के पसान वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहे एक बाघ ने पिछली रात ग्राम पंचायत पंडरीपानी के पहाड़पारा में दस्तक दी। बाघ ग्रामीण दिलीप लकड़ा के घर तक पहुंच गया, जहां दिलीप परछी में सोया हुआ था। अचानक बाघ से आमना-सामना होने पर दिलीप घबरा गया, लेकिन उसने अपनी सूझबूझ से न केवल खुद की बल्कि अपने परिवार की जान भी बचा ली। दिलीप लकड़ा ने बताया कि कुत्ते के भौंकने से उसकी नींद खुली। जैसे ही उसने बाघ को देखा, वह पास में रखे धान उड़ाने वाले बड़े पंखे को लाठी से पीटने लगा। शोरगुल से घबराकर बाघ वापस जंगल की ओर लौट गया। इस घटना के बाद दिलीप और उसके परिवार ने राहत की सांस ली।
वन विभाग ने क्षेत्र के सभी ग्रामीणों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से जंगल की ओर न जाने की सलाह दी है। बाघ के विचरण का मार्ग कोदवरिया, तुलसीठीहाई, सेन्हा और टांगीयामार (लोकड़हा) बताया जा रहा है। वन कर्मी लगातार क्षेत्र में निगरानी कर रहे हैं। ग्राम पंचायत पंडरीपानी के सरपंच राजू ओट्टी द्वारा बनाई गई एक वीडियो सामने आई है, जिसमें बाघ की मौजूदगी स्पष्ट है। दिलीप लकड़ा के घर के पास बाघ के पंजों के निशान भी देखे गए हैं। दिलीप ने कैमरे के सामने अपनी आपबीती साझा की और घटना के बारे में विस्तार से बताया।
इस घटना के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों में भय व्याप्त है। वन विभाग ने क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है और लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी अप्रिय स्थिति की सूचना तुरंत विभाग को दें।