बिलासपुर। शहर में आयोजित राम कथा के पूर्व शुक्रवार को निकाली गई मंगलकलश शोभा यात्रा ने अब तक के सभी रिकार्ड तोड़ दिये। इस कलश यात्रा में आस्था का विशाल समूह उमड़ पड़ा। हजारों महिलाओं ने शामिल होकर इसे अघोषित वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल करा दिया। इससे पहले शहर में इतनी अभूतपूर्व धार्मिक यात्रा नहीं निकली थी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शोभा यात्रा का एक सिरा लाल बहादुर शास्त्री मैदान में तो दूसरा सिरा गांधी चौक के आगे से निकल रहा था। इस दौरान कलश यात्रा में श्रद्धालु रामचरित मानस की 101 पोथी सिर पर रखकर चल रहे थे। वहीं आगे-आगे हनुमान जी की जीवंत झांकी शोभा यात्रा की अगवानी कर रहा था। रैली में शामिल महिलाएं जय जय श्री राम के जयघोष करती हुई केशरिया ध्वज लेकर चल रहीं थी।
वहीं दसों मानस मंडली के भजन किर्तन से नगर को राममय बना दिया। शोभा यात्रा का विभिन्न समाजसेवी संगठनों व आम जनों ने पुष्प वर्षा तथा आरती उतारकर अभिनन्दन स्वागत किया। टैगोर चौक, डी.पी. कालेज के सामने, गांधी चौक, जूना बिलासपुर, हटरी चौक, जवाली पुल, मानसरोवर चौक में बाजे-गाजे के साथ आतिशबाजी कर शोभा यात्रा का अभूतपूर्व स्वागत किया गया। सुबह 10 बजे निकली कलश यात्रा को कथा स्थल लाल बहादुर शास्त्री शाला तक पहुंचने में दोपहर हो गई। सड़कों पर महिलाओं के सिर पर कलश ही कलश दिखाई दे रहे थे। जहां से भी यह शोभा यात्रा गुजरी यातायात थम गया। लोग इसे आश्चर्य मिश्रित भाव से देखते ही रहे। भगवान राम की ही कृपा थी की शोभा यात्रा अटूट और अनंत सा नजर आ रहा था।