बलौदाबाजार। वर्ष 2023 के आयोजित प्रथम नेशनल लोक अदालत में जिला के विभिन्न न्यायालयों में कुल 2963 प्रकरण निराकृत हुए, जिसमें समझौता राशि 7376494 प्राप्त हुई, वहीं लोक अदालत का सुखद पहलू भी रहा, जिसमें 2 वर्ष से पृथक रहने वाले पति-पत्नी वैचारिक मतभेद को भूलकर नाबालिग पुत्री के भविष्य के लिए दंपत्ति जीवन का निर्माण करने को राजी हुए, जिन्हें उपस्थित न्यायधीशगणों ने बधाई दी। शनिवार को जिला न्यायालय एवं तहसील न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। बलौदाबाजार जिले में जिला न्यायालय बलौदाबाजार व्यवहार न्यायालय भाटापारा कसडोल बिलाईगढ़ सिमगा भटगांव में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें न्यायाधीश, अधिवक्ता, कर्मचारी, विभिन्न बैंकों के प्रबंधक पक्षकार उपस्थित थे।
13 खंडपीठों का गठन
नेशनल लोक अदालत हेतु 13 खंडपीठ का गठन किया गया था। परिवार न्यायालय बलौदाबाजार हेतु एक खंडपीठ जिला न्यायालय हेतु 5 तहसील न्यायालय भाटापारा हेतु 2 तथा तहसील न्यायालय कसडोल बिलाईगढ़ सिमगा भटगांव हेतु 11 खंडपीठ का गठन किया गया था नेशनल लोक अदालत में कुल 642 न्यायालयीन प्रकरण तथा कुल 29 प्रतिलिटिगेशन प्रकरण निराकृत हुए जिसमें कुल समझौता राशि 7376494 प्राप्त हुए। निराकृत हुए प्रकरण में 244 दंडित प्रकरण क्लेम के 8 प्रकरण 5 परिवारिक मामले 83 चेक अनादरण मामले 16 व्यवहार वाद 6 विद्युत प्रकरण 6 श्रमिक प्रकरण 244 पीटी ट्रैफिक चालान मामले अन्य 29 मामले निराकृत हुए राजस्व न्यायालय के कुल 2292 प्रकरण निराकृत हुए नेशनल लोक अदालत में परिवार न्यायालय के धारा 125 दा प्र स के लंबित प्रकरण में आज पति-पत्नी के मध्य राजीनामा किया गया पति-पत 2 वर्ष से पृथक रह रहे थे पत्नी ने पति के विरुद्ध भरण पोषण का मामला न्यायालय में पेश किया था उक्त प्रकरण में परिवार न्यायालय के लिए गठित खंडपीठ कि पीठासीन अधिकारी श्रीमती सुमन एकका एवं सहकारिता के द्वारा परिवार वालों को समझाया बुझाकर मौजूदा विवाद को दूर कर बिना किसी दबाव के राजीनामा कराया गया आगामी नेशनल लोक अदालत 13 मई 2023 को आयोजित होगी।