285 सीटों के साथ सम्पन्न होगा लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण

Update: 2024-05-06 11:46 GMT

रायपुर/दिल्ली। 285 सीटों के साथ लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण सम्पन्न होगा। इसी के साथ आधी लोकसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया पूरी होगी। बता दें कि मंगलवार को 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 94 लोकसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान होगा। इससे पहले दो दौर का मतदान 19 और 26 अप्रैल को संपन्न हो चुका है।


ग़ौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को मोदी सरकार 2045 का विज़न लेकर चुनाव लड़ रही है। जबकि कांग्रेस पार्टी पूरे लोकसभा क्षेत्र में भी अपने प्रत्याशी खड़े नहीं कर पाई और असमंजस की स्थिति में अपने एलाइंस के साथ भी कई जगह दोनों प्रत्याशी खड़े हैं जहाँ एक और विकास की यात्रा को विज़न बनाकर मोदी सरकार चुनाव लड़ रही है दूसरी ओर हिन्दू मुसलमानों की बात कर आम मतदाताओं को डराया जा रहा है संविधान ख़तरे में संविधान बदलने की बात बतायी जा रही है जबकि दूसरी ओर ममता अपनी लड़ाई अकेले लड़ रही है शरद पवार अपने पार्टी में एक अलग लड़ाई लड़ रहे उदय ठाकरे बड़ी मुश्किल से अपने पार्टी के साथ तालमेल बनाए हुए हैं दूसरी ओर ओवैसी जैसे लोग बीफ की राजनीतिक खुलकर सामने ला रहे हैं और उन्हें डर सता रहा है कि वे 40 साल से घरेलू बनी लोक सभा क्षेत्र हैदराबाद अब पराइ न हो जाए। केरल में कांग्रेस और वामपंथी आपस में लड़कर बड़ा नुकसान गठबंधन के लिए कर रहे है। जैसे कि राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ राज्य को मान कर चला जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा या संपूर्ण लोकसभा सीट इन राज्यों में जीतेगी। असम, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर जैसे राज्य भी देश के हित में भारतीय जनता पार्टी के लहर की ओर दौड़ते दिख रहे है।


जबकि तमिलनाडु में स्टालिन का अलाइंस ठीक नहीं होने से बीजेपी को रामदास की पार्टी का सम्पूर्ण सहयोग मिलने के कारन भाजपा का खाता खुलते नजर आ रहे है। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के अधूरे घोषणा पत्र के वादे पूर्ण नहीं होने के कारण सत्ता विरोधी लहर का खतरा मंडरा रहा है। जिससे बीजेपी को नुकसान में भी फायदा नजर आ रहा है। तेलंगाना में ओवैशी के हिन्दू मुसलमान के कारण बीजेपी को पहले से लाभ की स्थिति में ला सकता है। आंध्र प्रदेश और ओड़िशा में विधानसभा चुनाव होने के कारण राज्य की सरकार की लम्बे समय से जनता के लिए बड़े कोई कार्यक्रम ठोस कार्य योजना जमीनी धंतराल पर नहीं चलने के कारण विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ होने के कारण मोदी की छवि का असर देखने को मिल रहा है। और केंद्र की योजना को लागू करने के लिए दोनों राज्यों की जनता मोदी सरकार को अच्छी नजर से देख रही है। और मोदी की गारंटी पर भरोसा जताया जा रहा है। इसलिए दोनों राज्य आंध्रप्रदेश और ओड़िशा में राज्य और मोदी के लिए सबसे ज्यादा =सांसद जीतना भी आसान बन पड़ा है।


सभी राज्यों में राजनीतिक दलों का एजेंडा अलग-अलग है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में स्पष्ट रूप से धारा 370 राम मंदिर और यूसीसी जैसे मुद्दे प्रमुखता के साथ सफलता पूर्ण भुनाने में मददगार साबित हो रहे हैं। अब देखना है लगभग आधा लोकसभा का चुनाव कल 7 तारीख़ को संपन्न हो जाएगा उसके बाद अलग अलग राजनीतिक पार्टियों के अलग अलग पैतरे और उनके अलग अलग पेपर विज्ञापन जनता को किस ओर मोड़ते हैं लगभग पूरे भारत में मोदी लहर अंडर करंट होने का आभास होने लगा हैं। सच्चाई को आँखों से देखते हुए भी अंधे होना है यह मीडिया के लहज़े से अच्छी बात नहीं होगी।

पहले चरण में किन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में होंगे चुनाव (कितनी सीटें)?

1) अरुणाचल प्रदेश: दो में से दो सीट पर

2) असम: 14 में से पांच सीट पर

3) बिहार: 40 में से चार सीट पर

4) छत्तीसगढ़: 11 में से एक सीट पर

5) मध्य प्रदेश: 29 में से छह सीट पर

6) महाराष्ट्र: 48 में से पांच सीट पर

7) मणिपुर: दो में से दो सीट पर

8) मेघालय: दो में से दो सीट पर

9) मिजोरम: एक में से एक सीट पर

10) नागालैंड: एक में से एक सीट पर

11) राजस्थान: 25 में से 12 सीट पर

12) सिक्किम: एक में से एक सीट पर

13) तमिलनाडु: 39 में से 39 सीट पर

14) त्रिपुरा: दो में से एक सीट पर

15) उत्तर प्रदेश: 80 में से आठ सीट पर

16) उत्तराखंड: पांच में से पांच सीट पर

17) पश्चिम बंगाल: 42 में से तीन सीट पर

18) अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: एक में से एक सीट पर

19) जम्मू-कश्मीर: पांच में से एक सीट पर

20) लक्षद्वीप: एक में से एक सीट पर

21) पुडुचेरी: एक में से एक सीट पर

बता दें पश्चिम बंगाल, यूपी और बिहार तीन राज्य हैं, जहां सभी सात चरणों में मतदान होना है।

प्रथम चरण की चुनावी सीटों पर किसका कब्जा ?

अरुणाचल प्रदेश:

अरुणाचल पूर्व (जनरल) – भाजपा

अरुणाचल पश्चिम (जनरल) – भाजपा

असम:

काजीरंगा (जनरल) – असम में परिसीमन प्रक्रिया के बाद कालियाबोर (कांग्रेस द्वारा आयोजित) को बदलने के लिए पिछले साल बनाया गया था।

सोनितपुर (जनरल) – भाजपा

लखीमपुर (जनरल)-भाजपा

डिब्रूगढ़ (जनरल) – भाजपा

जोरहाट (जनरल) – भाजपा

बिहार:

औरंगाबाद (सामान्य) – भाजपा

गया (एससी) – जनता दल (यूनाइटेड)

नवादा (सामान्य)- लोक जन शक्ति पार्टी

जमुई (एससी)- लोक जनशक्ति पार्टी

छत्तीसगढ़:

बस्तर (एसटी): कांग्रेस

मध्य प्रदेश:

सीधी (जनरल)-भाजपा

शहडोल (एसटी) – भाजपा

जबलपुर (जनरल)-भाजपा

मंडला (एसटी) – भाजपा

बालाघाट (जनरल)-भाजपा

छिंदवाड़ा (जनरल)-कांग्रेस

महाराष्ट्र:

रामटेक (एससी)-शिवसेना

नागपुर (जनरल) – नितिन गडकरी

भंडारा – गोंदिया (जनरल) – भाजपा

गढ़चिरौली- चिमूर (एसटी)- भाजपा

चंद्रपुर (जनरल) – कांग्रेस

मणिपुर:

आंतरिक मणिपुर (सामान्य) – भाजपा

बाहरी मणिपुर (एसटी) – नागा पीपुल्स फ्रंट

मेघालय:

शिलांग (एसटी) – कांग्रेस

तुरा (एसटी) – नेशनल पीपुल्स पार्टी

मिज़ोरम:

मिज़ोरम (ST) – मिज़ो नेशनल फ्रंट

नागालैंड:

नागालैंड (जनरल) – नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी

त्रिपुरा:

त्रिपुरा पश्चिम (जनरल) – भाजपा

सिक्किम:

सिक्किम (जनरल) – सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा

राजस्थान:

गंगानगर (एससी) – भाजपा

बीकानेर (एससी) – भाजपा

चूरू (जनरल) – भाजपा

झुंझुनू (जनरल) -भाजपा

सीकर (जनरल)-भाजपा

जयपुर (जनरल) – भाजपा

जयपुर ग्रामीण (सामान्य)-भाजपा

अलवर (जनरल) – भाजपा

भरतपुर (एससी) – भाजपा

करौली-धौलपुर (एससी)- भाजपा

दौसा (एसटी) – भाजपा

नागौर (जनरल) – राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी

उत्तराखंड:

टेहरी गढ़वाल (जनरल) – भाजपा

गढ़वाल (जनरल)-भाजपा

अल्मोडा (एससी) – भाजपा

नैनीताल-उधमसिंह नगर (सामान्य)-भाजपा

हरद्वार (जनरल) – भाजपा

पश्चिम बंगाल:

कूचबिहार (एससी) – भाजपा

अलीपुरद्वार (एसटी) – भाजपा

जलपाईगुड़ी (एससी) – भाजपा

अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह:

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (जनरल) – कांग्रेस

जम्मू-कश्मीर:

उधमपुर (जनरल) – भाजपा

लक्षद्वीप:

लक्षद्वीप (एसटी): राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी

पुडुचेरी:

पुडुचेरी (जनरल) – कांग्रेस

तमिलनाडु:

पूरे राज्य में 19 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होगा। 39 लोकसभा क्षेत्रों में 24 का प्रतिनिधित्व डीएमके द्वारा किया जा रहा है जबकि कांग्रेस तमिलनाडु में नौ सीटों का प्रतिनिधित्व करती है।

Tags:    

Similar News

-->