आदिवासी रेप पीड़िता से विवेचक ने आरोपी जैसा व्यवहार किया
विवेचना के दौरान रेप पीड़िता से अपराधी जैसा व्यवहार के कारण आदिवासी बालिका जो अपनी मां के साथ गंज थाने में उत्पीड़न, ब्लैकमेल और रेप के केस को दर्ज कराने के लिए आवेदन के साथ गई थी। गंज के थाना प्रभारी ने तत्काल आवेदन को संज्ञान में लेकर आरोपी रौनक डे को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया। थाना प्रभारी की सजगता और ततपरता के कारण मामला तत्काल दर्ज होकर पीड़िता को राहत देने का प्रयास किया गया। लेकिन विवेचना अधिकारी पी. आर साहू ने रेप पीड़िता आदिवासी बालिका के साथ आरोपी जैसा व्यवहार कर उल्टी-सीधी और उल-जुलूल बात की गई पीड़िता ने विवेचक पर आरोप लगाया है कि उसने आरोपी रौनक डे से भारी पैसों का लेन-देन का भी किया है और अनुसूचित जनजाति प्रताड़ना अधिनियम की धारा के अंतर्गत अपराध को जोड़ने बाबत जब पीड़िता ने गुहार लगाई तो आरोपी रौनक डे को बचाते हुए विवेचना अधिकारी पी. आर साहू ने यहां तक झूठ कह डाला कि आरोपी भी आदिवासी समाज से आता है। जिसकी शिकायत पीड़िता ने लिखित आवेदन बनाकर थाना प्रभारी को दी और तत्काल पीड़िता ने विवेचना से विवेचक पी. आर साहू को हटाने की मांग की और सुप्रीम कोर्ट के सभी नियम को लागू करने की पीड़िता के पक्ष में एक आवेदन थाने को दिया।