गांव में देर शाम होता भालुओं का आतंक, देखें VIDEO...

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Update: 2023-09-13 15:01 GMT
पिथौरा। महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लॉक में भालू का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. ग्राम ठाकुरदिया खुर्द में एक भालू रोज एक ग्रामीण के घर को निशाना बनाता है और उस घर की रसोई में घुसकर तेल घी आदि पीने के बाद पका खाना भी खाकर आराम से टहलते हुए जंगल की ओर चला जाता है. भालू का व्यवहार पालतू या घर के किसी सदस्य के रूप में दिखाई देता है. शहर से 6 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम ठाकुरदिया खुर्द के समीप स्थित पहाड़ी के एक भालू ने ग्रामीणों को परेशान कर रखा है. ग्रामीण बताते हैं कि ठाकुरदिया खुर्द सहित आश्रित ग्राम टाडा पारा एवम खपराखोल के ग्रामीणों के बीच यह भालू खासा चर्चा में है. ग्राम के प्यारीलाल नायक एवं श्याम कुमार साहू ने उक्त सम्बन्ध में बताया कि एक भालू शाम दिन ढलते ही ग्राम में प्रवेश कर जाता है और बकायदा मुख्य द्वार से ही घर में प्रवेश कर सीधे रसोई घर में प्रवेश करता है और खाना, तेल, आलू, प्याज, दाल आराम से खा जाता है. इसके बाद रसोई की तलाशी लेकर तेल ढूंढकर तेल भी पी जाता है।
एक पालतू वन्य प्राणी भी किसी अनजान व्यक्ति को देखकर हमला करता है परंतु उक्त भालू किसी भी ग्रामीण पर हमला नहीं करता बल्कि खा पीकर आराम से वापस पहाड़ी की ओर चला जाता है. यदि कोई ग्रामीण उसे भगाने के लिए एक लाठी दिखाए तब भी भालू लाठी से डरने की बजाए आराम से पहाड़ी की ओर जाने लगता है. ज्ञात हो कि ग्राम ठाकुरदिया खुर्द, खपराखोल एवम टाडा पारा के गोपाल नायक, श्यामलाल नायक, अमृत मांझी एवं बैध गोंड के यहां रसोई में रखा पका खाना, तेल घी प्याज और चावल खाकर जा चुका है. भालू के इस तरह के आतंक से ग्रामीण अब अपनी रसोई में ताला लगाने लगे हैं, परंतु भालू भी ग्रामीणों के घर की तलाशी में माहिर हो गया है।
वन विभाग के सेवानिवृत्त डिप्टी रेंजर आरएस ठाकुर से इस सम्बंध में चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि ठाकुरदिया अरण्ड क्षेत्र के पास स्थित पहाड़ी में रहने वाले भालू हिंसक है. यहां लंबे समय से भालुओं के हमले की घटनाएं होती रही है, परंतु इस घटना से लगता है कि रसोई में घुसने वाला भालू पालतू भी हो सकता है या भालू भी अब समझ चुके हैं कि मानव उनको मार नहीं सकते इसलिए ये बेख़ौफ़ ग्रामीणों के सामने घरों में घुसकर राशन खाकर वापस पहाड़ी में भी चला जाता है. इधर प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रत्यूष कुमार तांडे ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर भालू को पकड़ने माहभर से ग्राम में पिंजरा लगाया गया है, परंतु पिंजरे की ओर भालू कभी नहीं आता. वैसे नुकसान की खबरे ही आई है. जनहानि की कोई खबर नहीं मिली है. लिहाजा ग्रामीणों को भालू द्वारा पहुंचाए गए नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा।
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