पीडिया मुठभेड़ को फर्जी बता रहे वहां के ग्रामीण

Update: 2024-05-15 08:19 GMT

रायपुर। बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा इन 3 जिलों की सीमा पर स्थित पीडिया गांव में 10 मई को हुई मुठभेड़ को कांग्रेस और सर्व आदिवासी समाज के लोग फर्जी बता रहे हैं। पुलिस पर आरोप लगाए गए हैं कि तेंदूपत्ता तोड़ने गए ग्रामीणों पर पुलिस ने फायरिंग की है। मारे गए लोग ग्रामीण थे। वहीं, पुलिस ने 12 नक्सलियों के ढेर होने का दावा किया। इन पर 31 लाख रुपए का इनाम था।

गोलीबारी में उसी इलाके के 15 साल के नाबालिग लड़के को भी पैर में 3 गोलियां लगी हैं। उसका कहना है कि तेंदूपत्ता तोड़ने अपने दोस्तों और गांव वालों के साथ जंगल गया था। उसी समय गोलियां चलीं। वहां नक्सली नहीं थे। पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर मारा है। नाबालिग ने कहा कि गोली लगने के बाद वह चट्टान के बीच छिप गया था। उसके साथ के लोग भाग गए थे।

परिजन और गांव वालों ने कहा कि जब फायरिंग रुकी और फोर्स गांव से लौटी तो वे लोग नाबालिग को ढूंढ़ने निकले थे। जंगल में उसे काफी खोजा गया। वह चट्टान के पास बेसुध हालत में मिला था। जिसे खाट के सहारे अस्पताल लाया गया।

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