रायगढ़। 22 मई को ढिमरापुर रोड रायगढ़ स्थित यूनियन बैंक में ₹2000 के नोट बदली करने आए वृद्ध ग्रामीण को बैंक में रूपये बदली करने आये एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा ₹2,000 के नोट के बदले ₹500-₹500 के नोट देने का झांसा देकर ग्रामीण के ₹3,000,00 लेकर फरार हो गया था जिसे रायगढ़ की कोतवाली और साइबर सेल की टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही कर घटना के महज 24 घंटों के भीतर ठगी के 3 लाख रूपये के साथ रायपुर से गिरफ्तार कर रायगढ़ लाने में सफलता हाथ लगी है। घटना को लेकर पीड़ित पालूराम राम पटेल (उम्र करीब 70 वर्ष) निवासी भगवानपुर थाना कोतरारोड़ ने बताया कि वर्ष 2021 में अपनी जमीन 10 लाख रूपये में बिक्री किया था जिसका ₹3,000,00 जो ₹2,000-₹2,000 के नोट में थे । उसे 22 मई के सुबह पालूराम पटेल ढिमरापुर चौक स्थित यूनियन बैंक में बदलने आया था । बैंक में उसे एक व्यक्ति मिला । अज्ञात व्यक्ति ने उसके ₹3,000,00 के बदले में ₹500-₹500 के नोट देना कहकर उसके पास ₹2,00,000 होना बताया और ₹1,000,00 व्यवस्था करके लाने की बात कह कर पालूराम को चकमा देकर उसके ₹3,00,000 को लेकर फरार हो गया, काफी समय बाद जब अज्ञात व्यक्ति बैंक नहीं आया तो पालूराम थाना कोतवाली जाकर दर्ज कराया । थाना कोतवाली में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध चोरी का अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।
वहीं घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी सदानंद कुमार द्वारा कोतवाली पुलिस के साथ आरोपी की पतासाजी के लिये साइबर सेल की टीम को लगाया गया । एडिशनल एसपी श्री संजय महादेवा के मार्गदर्शन पर पुलिस टीम तत्काल सस्पेक्ट के पतासाजी में जुट कर बैंक और बैंक के बाहर दुकानों के सीसीटीवी फुटेज निकाले । पीड़ित पालु राम पटेल ने फुटेज में Levis लिखा ब्लु टी शर्ट पहले व्यक्ति को आरोपी बताया जिसके बाद सारे थाना, चौकी प्रभारियों को संदेही के फोटोग्राफ्स शेयर कर पतासाजी में लाया गया । कोतवाली व साइबर सेल की टीम द्वारा बैंक के बाहर कई दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिसमें घटना के बाद संदेही एक ऑटो में बैठकर जाता दिखा, उस ऑटो को ट्रैक करते हुये पुलिस टीम रेलवे स्टेशन के पास पथिक होटल पहुंची । जहां संदेही कुनाल सिन्हा निवासी भिलाई, दुर्ग के उसके दोस्त विक्रम सिंह (बजाज फायनेंस एरिया मैनेजर) के साथ रूकने और कुनाल सिन्हा के चेक आउट कर चले जाने की जानकारी मिली । दूसरी ओर सायबर सेल की टीम को एक सस्पेक्ट मोबाइल नंबर प्राप्त हुआ जिसके रायपुर, राजनांदगांव में एक्टिव होना पता चला । तत्काल पुलिस टीम रायपुर पहुंची । जहां रेलवे स्टेशन के पास सभी होटलों को टीम ने एक-एक कर छान मारा, संदेही नहीं मिला । तब पुलिस की एक टीम राजनांदगांव की ओर पतासाजी रवाना हुई और एक टीम रायपुर में पता तलाश कर रही थी । संदेही कुनाल सिन्हा के राजनांदगांव से रायपुर लौटते ही रायपुर स्टेशन के पास पुलिस टीम कुनाल सिन्हा को धर दबोचा गया जिसे हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया है ।
आरोपी कुनाल सिन्हा पिता लालेश्वर प्रसाद सिन्हा उम्र 34 वर्ष निवासी सेक्टर 6 भिलाई जिला दुर्ग (छ.ग.) ने बताया कि वह 22 मई को स्वयं ₹2000 के नोट बदली कराने बैंक गया था, उसने बैंक में ग्रामीण (पालूराम पटेल) को काफी रूपये के साथ देखा और उसे अपने रूपये दिखाकर वृद्ध का रूपये लेकर फरार हो जाना बताया। आरोपी ने बताया कि रायगढ़ से रायपुर बाई रोड़ जाते समय रास्ते में एक पेट्रोल पम्प पर उसने 20,000 रूपये बदली किये थे । पुलिस टीम द्वारा आरोपी कुनाल सिन्हा के पास से चुराये 3 लाख रूपये और उसका मोबाइल की जप्त किया गया है। आरोपी के दोस्त विक्रम सिंह ने बताया कि कुनाल पहले भी कई लोगों को ठग चुका है और कवर्धा जिले में अमानत में खयानत के केस में जेल भी गया था जो हाल ही में छुटा है। आरोपी कुनाल सिन्हा को कोतवाली पुलिस द्वारा चोरी के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। एसएसपी सदानंद कुमार तथा एडिशनल एसपी श्री संजय महादेवा के दिशा निर्देशन एवं एसडीओपी धरमजयगढ़/सायबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी श्री दीपक मिश्रा व सीएसपी रायगढ़ श्री अभिनव उपाध्याय के मार्गदर्शन पर 24 घंटे के भीतर अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर सारे रुपए बरामदगी करने में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे, प्रधान आरक्षक हेमन पात्रे, नंद कुमार सारथी, आरक्षक जगमोहन लाल ओग्रे, मनोज पटनायक, कोमल तिवारी तथा साइबर सेल के आरक्षक प्रशांत पंडा पुष्पेंद्र जाटवर, धनंजय कश्यप, बृजलाल गुर्जर की अहम भूमिका रही है।