बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में जंगली हाथियों के झुंड ने दस्तक दें दी है। हाथियों का दल बिलासपुर की सीमा के करीब पहुंच गया है। रविवार को इसकी सूचना मिलते ही वन मंडल ने तत्काल मस्तूरी में कर्मचारियों को निगरानी के लिए तैनात कर दिया। उड़नदस्ता की ड्यूटी भी लगाई है। वन अमला राहगीरों के अलावा आस - पास के ग्रामीणों को सचेत कर रहा है। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो जाए। वहीं हाथियों का दल पहले रायगढ़ जिले में पंहुचा इसके बाद सक्ती जिला होते हुए जांजगीर-चांपा जिले में घुस गए। चार दिन हाथी इस क्षेत्र में मौजूद है। रविवार की सुबह दल बिलासपुर वन मंडल की सीमा के करीब पहुंच गए। केवल 10 किमी दूर है। इसके बाद इसकी सूचना जांजगीर-चांपा वन मंडल ने बिलासपुर वन मंडल को दी गई । ताकि वह सतर्क हो जाए।
हाथियों का दल सीमा में पहुंच गया है। तो वन अफसरों के हाथ-पैर फूलने लगा। दरअसल दल में कुछ हाथी आक्रामक हो गए हैं। खतरा मंडराते देख कुछ वनकर्मियों को तत्काल मौके के लिए रवाना किया गया। शाम को उनकी मदद के लिए उड़नदस्ता दल को भी भेजा गया है। वनकर्मियों को केवल निगरानी करने का आदेश है।
हाथियों के नजदीक जाने या खदेड़ने का प्रयास करने के लिए सख्त मनाही है। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है। तैनात वनकर्मी हाथियों के पल-पल की गतिविधियों की जानकारी अफसरों को दे रहे हैं। देर रात तक हाथी झूलन पकरिया के जंगल में ही विचरण करते नजर आए। जांंजगीर-चांपा जिले के वनकर्मियों के द्वारा आसपास के ग्रामीणों को हाथियों के पहुंचने की जानकारी दे रहा है। साथ ही उन्हें समझाइश भी दी जा रही है कि हाथियों को देखने के लिए उनके नजदीक बिल्कुल भी न जाएं। इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है। यही समझाइश बिलासपुर वनमंडल के वनकर्मी भी दे रहे हैं।