दुर्ग। जिले के उतई थाना क्षेत्र अंतर्गत दो शराबी सगे भाईयों ने अपने ही पिता की जान ले ली। दोनों भाई आदतन शराबी है और शराब के पैसे के लिए आपस में लड़ रहे थे। यह देख उनका पिता झगड़ा शांत कराने पहुंचा तो बेटों ने पिता को ही मौत के घाट उतार दिया। उतई पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उतई थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने बताया कि आरोपी शशि ठाकुर (30 साल) और दशरथ ठाकुर (25 साल) ग्राम परेवाडीह के रहने वाली हैं। दोनों सगे भाई हैं और शराब पीने के आदी हैं। 22 नवंबर की रात करीब 10 बजे बड़ा भाई शशि ठाकुर शराब के नशे में घर पहुंचा और छोटे भाई दशरथ से झगड़ा करने लगा।
उसने दशरथ से कहा कि उसने 100 रुपए शराब लाने के लिए उसे दिया था तो उसने उसे लाकर क्यों नहीं दिया। शशि दशरथ से शराब मांगते हुए झगड़ा करने लगा। इस पर दशरथ ने कहा कि उसने शराब के लिए 100 रुपए काशी को दिया था। वही बताएगा कि शराब लाया कि नहीं। दशरथ और शशि दोनों नशे में थे इससे दोनों आपस में मारपीट करने लगे। दोनों के बीच मारपीट इतनी बढ़ गई कि शशि ने पास पड़ी लकड़ी से दशरथ को मार दिया तो उसका सिर फट गया। कान के पास से खून निकलता देख उनकी मां अंकलहिन बाई ठाकुर दोनो का झगड़ा शांत कराने पहुंची। दोनों भाई इतने नशे में थे कि शशि ने मां के सिर में भी लकड़ी से मारा और ढकेल दिया।
यह देख उनका पिता भगवान सिंह ठाकुर (55 साल) दोनों बेटों को चिल्लाया झगड़ा बंद करने को कहा। जब दोनों बेटे एक दूसरे की जान लेने पर उतारू हो गए तो बूढ़े पिता ने दोनों बेटों का पैर पकड़ लिया और झगड़ा शांत करने की गुहार लगाने लगा। इससे दोनों बेटे और गुस्से में आ गए। उन्होंने पिता को ही हांथ मुक्का और लात से मारना चालू कर दिया। शशि ने घुटना से पिता का गला दबा दिया तो दशरथ ने लात से छाती में मारा। इससे भगवान सिंह ठाकुर की मौके पर मौत हो गई।