प्रसव पीड़ा से तड़प रही गर्भवती को जवानों ने पहुंचाया अस्पताल

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Update: 2022-12-18 14:52 GMT
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा में तैनात जवान नवलगढ़ की एक प्रेग्नेंट महिला के लिए देवदूत बने है। प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला का समय रहते प्राथमिक उपचार कर उसे अस्पताल पहुंचाया है। जिससे महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है। मां और नवजात दोनों सुरक्षित है। खास बात यह है कि, ये वही गांव है जहां के ग्रामीण पहले जवानों का विरोध करते थे। खाकी वर्दी देखकर भाग जाया करते थे। लेकिन, जवानों ने ग्रामीणों का भरोसा जीता। यही वजह थी कि परिजन खुद मदद मांगने कैंप पहुंचे थे। दरअसल, यह मामला कोंटा ब्लॉक के पोटकपल्ली का है। इस गांव की रहने वाली महिला वेट्टी माया को शनिवार की सुबह अचानक प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों के अस्पताल लेकर जाने कोई साधन नहीं था। परिजन सुबह पोटकपल्ली पुलिस कैंप पहुंचे और इस मामले की जानकारी दी।
जिसके बाद सीआरपीएफ के डॉक्टर समीर डीआरजी कोबरा और सीआरपीएफ के जवान फौरन मौके पर पहुंचे डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया फिर एक पिक अप की व्यवस्था कर महिला को 70 किलोमीटर दूर गांव में स्थित अस्पताल भिजवाया। अस्पताल में महिला की सुरक्षित डिलवरी हुई। महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। डॉक्टरों ने बताया कि, महिला और उसकी नवजात बेटी दोनों सुरक्षित हैं। फोर्स की मदद से समय रहते अस्पताल पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने जवानों को धन्यवाद कहा। वहीं अफसरों का कहना है कि, करीब साल भर पहले ही इलाके में कैंप खोला गया है। इलाका पूरी तरह से नक्सकियों के कब्जे में था। हम ग्रामीणों की हर संभव मदद करने तैयार रहते हैं। गांव में विकास पहुंचाना है।पोटकपल्ली गांव में जब भी जवान सर्चिंग के लिए पहुंचते थे तो ग्रामीण खाकी वर्दी देखकर भाग जाते थे। लेकिन, पिछले कुछ महीनों में जवानों ने सिविक एक्शन समेत विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामीणों के मन में भरोसा जीता है। यही वजह है कि, अब ग्रामीणों खाकी वर्दी को देख भागने की बजाय उनसे मदद मांगते हैं।
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