बिलासपुर: 38 साल का पिता गणेश साहू, जो रिक्शा चलाते है। अतिक्रमण में उनकी झोपड़ी टूट गई। दो बच्चे है 9 साल की गंगा और 7 साल का अरुण हैं। दोनों बच्चों को छोड़कर मां चली गई। दोनों बच्चे स्कूल नहीं जा पाए। इस बेबसी में पिता ने रिक्शे को ही घर बनाया और अपनी चादर पर बच्चों की पाठशाला लगाई। अख़बार दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक वह अपने बच्चों को प्राथमिक शिक्षा इसी तरह दे रहा है। बच्चों को एबीसीडी और क ख ग घ का ज्ञान दे रहे हैं गणेश। उसकी मजबूरी ये है कि रिक्शा न चलाएं, तो बच्चे भूखे रह जाएंगे। पेट भरें या पढ़ाएं...। लेकिन गणेश पेट भी भर रहे हैं और बच्चों को पढ़ा भी रहे हैं।