अस्थि लेकर थाने पहुंचे मृतक के परिजन, अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही

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Update: 2024-05-24 03:34 GMT

बिलासपुर. बिलासपुर में अस्पताल प्रबंधन ने शव का पोस्टमॉर्टम कराए बिना ही परिजनों को सौंप दिया। युवके क जहर खाने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं शव के अंतिम संस्कार के बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। अब पुलिस इस मामले में अस्पताल प्रबंधन को दोषी मानकर जांच कर रही है। पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। दरअसल, जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ क्षेत्र के ब्यासनगर निवासी शेखर धीवर (25) ने बीते 18 मई को जहर खा लिया था, जिसे परिजन ने इलाज के लिए पामगढ़ स्थित अस्पताल लेकर गए। उसकी हालत को देखते हुए उसे बिलासपुर रेफर कर दिया। परिजनों ने उसे लाइफ केयर अस्पताल में भर्ती कराया।

यहां भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं होने पर सिविल लाइन क्षेत्र स्थित श्री मंगला हॉस्पिटल लेकर गए, जहां मंगलवार की रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार अस्पताल प्रबंधन ने सुसाइड केस में पुलिस को जानकारी दिए बिना ही शव को परिजनों को सौंप दिया। जिसके बाद परिजन शव को लेकर अपने गांव चले गए। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन को गलती का अहसास हुआ।

अस्पताल प्रबंधन ने बुधवार दोपहर सिविल लाइन थाने में जहर खाने से युवक की मौत की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही सिविल लाइन थाने की टीम युवक के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए श्री मंगला अस्पताल पहुंची, जहां पता चला कि शव को लेकर परिजन अपने गांव चले गए हैं। इस पर पुलिस ने परिजनों को फोन कर संपर्क किया, तब तक उन्होंने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।

इस लापरवाही के लिए सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रदीप आर्या ने श्री मंगला अस्पताल को नोटिस जारी करने की बात कही है। वहीं, परिजनों से पूछताछ के बाद उन्हें शव से हडि्डयों के अवशेष लेकर थाने बुलाया गया। उन्होंने बताया कि हडि्डयों की फोरेंसिक जांच के लिए सैंपल लिया गया है।

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