रायगढ़। चक्रधरनगर पुलिस ने स्टेडियम के पास अकेले घूम रहे श्रवण बाधित, मूकबधिर भटके युवक को उसके स्वजनों से मिलाकर मानवता का परिचय दिया गया है । पुलिस की प्रचलित छवि नकारात्मक समझी जाती है, इसके विपरीत कई बार पुलिस के सामाजिक, मानवीय कार्यों से खाकी की छवि बेहतर दिखाई देती है । कल एक भटके हुए मूकबधिर युवक को उसके माता-पिता से मिलाकर नव पदस्थ थाना प्रभारी चक्रधरनगर उप निरीक्षक नंदलाल पैकरा ने माननीय और स्वयं को संतोष प्रदाय करने वाला कार्य किया गया है, जिसे जानने-सुनने वालों ने उन्मुक्त कंठ से थाना प्रभारी की प्रशंसा की जा रही है।
कल देर शाम एक युवक अपने साथ थाना चक्रधरनगर में पूरी तरह मूकबधिर एक युवक को लेकर आया और बताया कि मिनी स्टेडियम के पास युवक ने हाथ दिखाकर आगे तक लिफ्ट मांगा जिसे मोटरसाइकिल पर बिठाकर रेलवे स्टेशन तक ले गया । मोटरसाइकिल से उतरने पर पता चला कि लिफ्ट लिया हुआ युवक पूरी तरह से श्रवणहीन और मूकबधिर है. रेलवे स्टेशन से कहां जाएगा कहने पर युवक कुछ नहीं बताने पर युवक के परिजन उसे खोजते हुए थाना आएंगे विचार कर थाना ले आया।
थाना प्रभारी चक्रधरनगर उपनिरीक्षक नंदलाल पैकरा और थाने में मौजूद स्टाफ द्वारा अलग-अलग तरीकों से युवक से पूछताछ कर उसके घर, परिवारजन की जानकारी लेने का प्रयास किए पर कुछ खास हासिल नहीं हुआ । तब युवक के फोटो विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर कर उसका पता लगाया गया । पता चला कि युवक पूंजीपथरा थाना क्षेत्र अंतर्गत "स्पेशल बच्चों" के लिए खोले गए विद्यालय में पढ़ता है । युवक मूलत: सरायपाली, महासमुंद का रहने वाला है । संभवत: वह अपने घर जाने निकला और रायगढ़ में भटक रहा था । थाना प्रभारी चक्रधरनगर ने पूंजीपथरा स्कूल से उक्त युवक के परिजनों का पता लगाकर उन्हें मोबाइल पर युवक के थाने में होने की सूचना दिए जिसके बाद सरायपाली महासमुंद से युवक के पिता उसे लेने थाना आए । युवक को उसके सुरक्षित उसके पिता के सुपुर्द किया गया । बेटे के सुरक्षित मिलने से उसके पिता काफी खुश हुए एवं पुलिस को धन्यवाद दिये।
युवक को उसके परिजनो से मिलवाने मे थाना प्रभारी चक्रधरनगर उप निरीक्षक नंद लाल पैकरा और पेट्रोलिंग स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।