बिलासपुर। कमाने-खाने के लिए उत्तर प्रदेश गए मस्तूरी के एक मजदूर की ईट भट्ठा मालिक ने हत्या कर दी। उत्तर प्रदेश पुलिस की मिलीभगत से उसकी पत्नी पर ही कत्ल का इल्जाम लगा दिया और उसे जेल भेज दिया गया। महिला के चार छोटे बच्चों को निराश्रित गृह भेज दिया गया। इस मामले को लेकर लोक सिरजनहार समिति और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मस्तूरी के जोंधरा चौक पर प्रदर्शन किया। उन्होंने बेकसूर महिला को रिहा करने और हत्या के असली आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।
आम आदमी पार्टी की नेता प्रियंका शुक्ला ने बताया कि मस्तूरी ब्लाक के सरसेनी का मजदूर पिछले पांच-छह सालों से अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में मजदूरी के लिए जाता रहा है। इस बार उसकी पत्नी और 4 बच्चे भी साथ थे। भट्टे के मालिक ने पिछले दिनों मजदूर की पत्नी से बलात्कार करने की कोशिश की। इस पर उसके पति ने प्रतिरोध किया। ईट भट्टा के मालिक ने राड से हमला करके मजदूर को मार डाला। इसके बाद उसने स्थानीय पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि पत्नी का पति के साथ विवाद हुआ और उसी ने पति की हत्या कर दी। पुलिस ने झूठा मामला दर्ज किया और पत्नी को अपने पति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। चारों छोटे बच्चों को निराश्रित बालगृह में डाल दिया गया है।
मस्तूरी एसडीएम महेश शर्मा को सौंपे गए ज्ञापन में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की गई है। साथ ही इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी ज्ञापन भेजा गया है। मस्तूरी में प्रदर्शन करने वालों में लखन सुबोध, प्रियंका शुक्ला, विजय विद्रोही, अजय अनंत, वीरेंद्र भारद्वाज, कार्तिक राम सोल्डे, संतोष सोल्डे, रामचंद्र सोल्डे, फागूराम, राजकुमार, संजू, सूरज और अन्य ग्रामीण शामिल थे।