बेरोजगारों को ठगने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार, पूछताछ में पुलिस ने किया खुलासा
छत्तीसगढ़
कोरिया। नौकरी लगवाने के नाम पर बेरोजगारों से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले मुख्य आरोपी को पकड़ने में कोरिया पुलिस ने कामयाबी पाई है. वर्ष 2019 से फरार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने विशेष टीम गठित किया था. जानकारी के अनुसार, खोंगापानी, थाना झगराखण्ड के बेरोजगार युवक-युवतियों को रेलवे में टिकट कलेक्टर (टीसी) और सुपरवाइजर ग्रुप डी के पद पर रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर प्रतापपुर, उप्र निवासी अभिनीत यादव, झगराखण्ड थाना क्षेत्र के रहवासी मोहम्मद बारिक और अब्दुल रहमान ने रुपए की वसूली की थी. मामले में वर्ष 2019 में की गई शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया था.
प्रकरण में दो आरोपी अभिनीत यादव और मोहम्मद बारीक को वर्ष 2019 में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था, वहीं मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान फरारी काट रहा था. फरार अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने एक विशेष पुलिस टीम गठित की थी, जिसमें एएसआई बलराम चौधरी, आरक्षक ललित यादव, नीरज पडियार और साइबर सेल बैकुंठपुर से पुष्कल सिन्हा शामिल थे. साइबर सेल से मोबाइल नंबर के लोकेशन के आधार पर रत्नागिरी, महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर फरार आरोपी को थाना झागराखांड़ लाया गया.
फरार आरोपी से प्रकरण के बारे में एसडीओपी राकेश कुर्रे और थाना प्रभारी प्रद्युमन तिवारी ने गहन पूछताछ की, जिस पर आरोपी ने अपने साथी अभिनीता यादव और पारिवारिक रिश्तेदार मोहम्मद बारीक के साथ मिलकर बेरोजगारों से ठगी कर आपस में रकम का बंटवारा करना स्वीकार किया. आरोपी को पेश करने के बाद न्यायालय के द्वारा जेल वारंट जारी करने पर उप जेल मनेंद्रगढ़ में दाखिल कराया गया.