अग्रवाल ने कहा है कि रायपुर शहर में बड़े नशा माफियाओं के संरक्षण में चौक, गली में गांजा, शराब, ड्रग्स एवं नशीली पदार्थों को बेचने वाले सक्रिय हैं। शासन प्रशासन जिनके आगे नतमस्तक है। दुर्गा नगर की हत्या की घटना इसी का परिणाम है। अग्रवाल ने कहा कि नशे की लत में युवा चौक चौक में चाकूबाजी कर रहे हैं।लोगों की हत्या कर रहे है। और इन नशे के सौदागरो को राजनीतिक व पुलिस संरक्षण के चलते कोई कठोर कार्यवाही नही हो रही है। नशे के सौदागर के शिकायत करने पर पुलिस कार्रवाई के बजाय आवेदकों के नाम अपराधियों को बता रही है और इसी के चलते ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
अग्रवाल ने कहा कि रायपुर के कालीबाड़ी चौक के आसपास की बस्तियों, टिकरापारा की बस्ती, पुरानी बस्ती , खो-खो पारा का क्षेत्र, रिंग रोड से लगी हुई बस्तियां ,दुर्गा पारा ,संतोषी नगर, जहां गांजा व अवैध शराब के माफियाओं के लिए स्वर्ग बन गया है वही शहर आउटर की सड़के, तालाबों के पार, खुले मैदान ,चौक चौराहे शाम होते ही ओपन बार में तब्दील हो जाती है। अग्रवाल ने कहां की शहर में लगातार चाकूबाजी ,हत्या की घटनाएं हो रही है चौक चौक नशीली सामानों की मंडी में तब्दील हो गई है। कार्यवाही करने के बजाय सरकार व पुलिस प्रशासन अपराधियों को खुलेआम संरक्षण दे रहे है,।सरकार ने गांजा, शराब ड्रग्स बेचने व बिकवाने के काम को ही रोजगार मान लिया है, और छत्तीसगढ़ के युवाओं के भविष्य को गर्त में ले जा रही है।