कवर्धा। कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देशन में सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थिति में रहने वाले तथा कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाले बच्चों के चिन्हांकन रेस्क्यू पुर्नवास के लिए गठित संयुक्त टीम द्वारा ऐसे बच्चों को शिक्षा एवं समाज के मुख्यधारा से जोड़ने विशेष अभियान चलाया जा रहा है। कलेक्टर के निर्देशन में बाल श्रम अपशिष्ट संग्रहण एवं भिक्षावृत्ति सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थिति में रहने वाले तथा कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाले बच्चों के चिन्हांकन रेस्क्यू जागरूकता तथा शिक्षा एवं समाज के मुख्यधारा से जोड़ने के लिये महिला एवं बाल विकास विभाग जिला बाल संरक्षण इकाई पुलिस विभाग विशेष किशोर पुलिस इकाई नगरीय प्रशासन श्रम शिक्षा स्वास्थ्य विभाग व चाइल्ड लाईन की संयुक्त टीम गठित कर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। संयुक्त टीम कार्ययोजना अनुसार जिले के चारो विकासखण्ड कवर्धा बोड़ला पण्डरिया एवं सहसपुर लोहारा के विभिन्न चिंन्हांकित स्थानों नगरी क्षेत्र बस स्टैंड, ट्रांसपोर्ट नगर, हाट बजारों, विभिन्न पारा मोहल्लों, टोलों आदि में जाकर लोगो जागरूक करने नुक्कड नाटक जन चैपाल पाम्प्लेट वितरण चौक, चैराहों, हॉट बाजारों में लोंगों को एकत्र कर मिशन वात्सल्य जे, जे एक्ट, पॉक्सो एक्ट, बाल विवाह प्रतिशेध अधिनियम बच्चों से जूड़े विभिन्न कानूनों योजनाओं एवं बाल अधिकार संरक्षण की जानकारी देते हुए सघन अभियान चलाया जा रहा हैं।
विशेष अभियान में संयुक्त टीम द्वारा सड़क जैसी परिस्थिति में रहने वाले दो बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। समिति द्वारा उक्त बच्चों एवं परिवार जनों की काउंसलिंग कराया गया तथा कड़ी समझाइस देते हुए बच्चों को सुपुर्द किया गया है। जिसकी निगरानी के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई को जिम्मेंदारी दी गई है। विशेष अभियान में कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाले बच्चों को शिक्षा एवं समाज के मुख्यधारा में जोड़ने के लिए ऐसे बच्चों का महिला एवं बाल विकास विभाग जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा फॉलोअप कर बाल कल्याण समिति में उपस्थित कराकर शासन की विभिन्न योजना से जोड़ने की कार्यवाही की जा रही है चिंन्हांकित बच्चों को मिशन वात्सल्य अंतर्गत गैर संस्थागत सेवाओं तथा कुछ बच्चों को संस्थागत देखभाल में रखा गया है। संयुक्त टीम ने जनप्रतिनिधि एवं आमजनों से अपील की है कि इस प्रकार के कठीन परिस्थिति में रहने वाले तथा देखभाल एवं सरक्षण की जरूरतमंद बच्चें मिलने दिखने या जानकारी होने पर महिला एवं बाल विकास विभाग जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाईल्ड हेल्प लाइन टोल फ्री नंबर 1098 पर सूचित किया जा सकता है जिस पर जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग और चाइल्डलाइन द्वारा त्वरित कार्यवाही की जाएगी।