पंजीयन दफ्तर में जमीन एस्सचेंज के दर्जनों दस्तावेज पेंडिंग
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। पंजीयन दफ्तर में जमीन एक्सचेंज के 50-60 दस्तावेज पेंडिंग हैं जिसके कारण जमीन मालिकों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोग दफ्तर के चक्कर लगा-लगाकर हलाकान हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस मामले में पंजीयक का कहना है कि सर्वर डाउन होने के कारण दस्तावेज पेंडिंग हैं। सर्वर को ठीक करने के बाद ही दस्तावेज रिलीज किए जा सकेंगे। सर्वर सुधारने का काम चल रहा है यह कब तक सुधरेगा बता पाना मुश्किल है। जल्दी से जल्दी इसे दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है।
अक्टूबर में रजिस्ट्री से लगभग पांच करोड़ की ज्यादा आय: अवैध प्लाटिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई के बावजूद रजिस्ट्री से आय पर कोई असर नहीं पड़ा है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दीवाली और दशहरा जैसे त्योहारी सीजन में रजिस्ट्री से अच्छा राजस्व प्राप्त हुआ है। इस वर्ष अक्टूबर माह में 70 करोड़ 26 लाख 42 हजार 273 रुपये की आय रजिस्ट्री से मिली है। जबकि इसके पिछले वर्ष इसी सीजन में यानी कि अक्टूबर माह में ही 65 करोड़ रुपये से ज्यादा की आय हुई थी, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में चार करोड़ 83 लाख रुपये तक ज्यादा है। वहीं, आंकडों और दस्तावेजों की बात करें, तो बीते वर्ष की तुलना में रजिस्ट्री की संख्या में दस्तावेजों में कमी आई है। जिसमें 886 दस्तावेज कम हैं। यानी कि पिछले वर्ष 5233 रजिस्ट्रियां हुई थीं, जो कि इस वर्ष 4347 रह गई है।
वहीं, अगर वित्तीय वर्ष की बात करें, तो अक्टूबर तक इस वर्ष 8311 रजिस्ट्रियों की संख्या ज्यादा है। इसके साथ ही आय का भी अप्रैल से अक्टूबर तक के आंकड़े की अपेक्षा 2 अरब 57 करोड़ 09 लाख 03 हजार 051 अधिक है। अब अवैध प्लाटिंग बंद होने के बाद लोग रेरा एप्रुव्ड प्रोजेक्टों में अपने आशियाने का सपना पूरा करना चाहते हैं। इससे साफ है कि कलेक्टर के द्वारा अवैध प्लाटिंग पर की गई कार्रवाई का असर पंजीयन विभाग के राजस्व पर नहीं पड़ा है। बीते साल जमकर अवैध प्लाटिंग की रजिस्ट्रियां हुई थी, फिर भी इस वर्ष की आय अधिक है। रजिस्ट्री कम होना और आय ज्यादा होने का अर्थ यही है कि लोग बड़े प्रोजेक्ट में ज्यादा इंनवेस्ट कर रहे हैं।
सितंबर में 18 करोड़ अतिरिक्त आय : पिछले वर्ष सितंबर माह में 61 करोड़ 50 लाख 19 हजार 846 रुपये की कमाई हुई थी। जबकि इस वर्ष रियल स्टेट का बाजार सितंबर माह में दुर्गा पूजा शुरू होने के साथ ही चमक गया था। जिसके एवज में रजिस्ट्री से सितंबर में 80 करोड़ 04 लाख 65 हजार 088 रुपये की आय हुई है। यानी कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सितंबर माह में 18 करोड़ 54 लाख 45 हजार 242 रुपये अधिक हुई है।
वार्षिक लक्ष्य का 76.90 प्रतिशत विभाग ने किया पूरा : शासन की ओर से रायपुर पंजीयन कार्यालय को 7 अरब 56 करोड़ का वार्षिक आय का लक्ष्य दिया गया है। जिसके हिसाब से विभाग द्वारा अब तक इस लक्ष्य की तुलना में 76.90 प्रतिशत को पूरा कर लिया है, जबकि इसके अलावा आगामी महीनों में लक्ष्य से अधिक रजिस्ट्री होने की संभावनाएं हैं।