उल्टी-दस्त की सूचना मिलते ही पहुंची स्वास्थ्य टीम

Update: 2024-08-31 05:24 GMT

रायगढ़ Raigarh। जिले में मौसमी बीमारियों के बढ़ते प्रकरणों के मद्देनजर कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.के. चंद्रवंशी के मार्गदर्शन में मौसमी बीमारियों के प्रकरण को ध्यान में रखते हुए जिला स्वास्थ्य टीम से जिला नोडल अधिकारी डॉ.के.डेनियल, आरएमएनसीएच, जिला सलाहकार डॉ. राजेश मिश्रा, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ.कल्याणी पटेल एवं जिला माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट सुश्री ज्योति खरे के द्वारा स्वास्थ्य केन्द्रों का भ्रमण किया जा रहा है। collector kartikeya goel

मौसम में बदलाव के फलस्वरूप वर्तमान में जिले में मौसमी बीमारियां जैसे सर्दी-खांसी, बुखार, उल्टी-दस्त के प्रकरण बढ़ रहे हैं। जिसके दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय टीम द्वारा लगातार स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा हैं। इसी क्रम में 24 अगस्त को विकासखंड विजयनगर (धरमजयगढ़) के ग्राम ओंगना में उल्टी-दस्त के प्रकरण की सूचना प्राप्त होने पर उपरोक्त टीम द्वारा निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.बी.एल.भगत द्वारा विकासखंड स्तरीय चिकित्सीय दल का गठन किया गया। जिनके द्वारा शिविर लगाकर प्रात एवं रात्रि में ड्यूटी किया जा रहा है। शिविर में आने वाले सर्दी-खांसी, बुखार, उल्टी-दस्त के मरीजों का उपचार कर नि:शुल्क दवाईयां वितरित की जा रही है।

बीमारियों के नियंत्रण हेतु चिकित्सकीय दल द्वारा घर-घर भ्रमण कर स्त्रोतों का चिन्हांकन कर दूषित जल स्त्रोतों को पीएचई विभाग से समन्वय कर बंद कराया गया है। साथ ही ग्राम के तालाबों व कुंओं में ब्लीचिंग का छिड़काव कराया गया है। शिविर में समस्त ग्रामवासियों को पानी उबालकर ठंडा कर पीने, पानी हमेशा ढंककर रखने, खाना बनाने के पूर्व, भोजन से पहले तथा शौच के पश्चात् साबुन से अच्छी तरह हाथ धोने, खुले में रखे, बासी व सड़ी गली खाद्य सामग्री, फल सब्जी का उपयोग न करने, बासी भोजन न करने, हमेशा ताजा व गरम भोजन करने एवं तरल पदार्थ जैसे जूस समय-समय पर लेते रहने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा उल्टी दस्त होने पर ओआरएस का उपयोग करने, बच्चों में दस्त होने पर ओआरएस के साथ जिंक की गोली का उपयोग करने के भी निर्देश दिये गये हैं। विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.बी.एल. भगत ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में डायरिया के कम प्रकरण प्राप्त हो रहे हैं साथ ही स्थिति नियंत्रण में है। सीएमएचओ डॉ.चंद्रवशी ने कहा कि संक्रामक रोगों के समुचित उपचार रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु हर स्तर पर सतर्कता बरतने तथा हर संभव नियंत्रण करने की आवश्यकता है। सावधानियां एवं सर्तकता बरतने से मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है।

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