देश-विदेश तक पहुंचे छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति की ख्याति : सीएम भूपेश बघेल

Update: 2021-10-09 15:54 GMT

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड एवं संस्कृति विभाग द्वारा माता कौशल्या की पावन नगरी चंदखुरी में आयोजित सांस्कृतिक संध्या के समापन कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने नवरात्रि की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। इसकी ख्याति हम सबके प्रयास से देश-विदेश तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि राम वन गमन पर्यटन परिपथ राज्य की संस्कृति को सहेजने की परियोजना है। चंदखुरी में आयोजित इस महोत्सव के मनोरम एवं भक्तिमय वातावरण को देखकर ऐसा लग रहा है कि कौशल्या माता प्रभु श्री राम को अपने गोद में लिए हुए मायके आई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रत्येक क्षेत्र में समृद्ध है। इस मौके पर उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का भी उल्लेख किया और कहा कि राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को खुशहाल बनाने के प्रयास में सरकार जुटी है।

मुख्यमंत्री बघेल ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ का लोगो बनाने वाले भिलाई के राहुल धुर्वे को दस हजार रूपए की राशि एवं स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया। संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने राज्य सरकार द्वारा बनाए गए छत्तीसगढ़ फिल्म नीति के बारे में कहा कि अब यहां के कलाकारों को आगे बढ़ने का विशेष रूप से मौका मिलेगा। कौशल्या माता मंदिर परिसर में आज सांस्कृतिक संध्या का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। आज देवगढ़ सरगुजा के विष्णु धाम रामायण मंडली, क्रेजू सरगुजा के उत्तेशवर मानस मंडली, रामकृष्ण रामायण मंडली सरगुजा, सीतापुर सरगुजा के भजन मंडली एवं चिन्हारी लोक कला मंच रायपुर तथा मुंबई के बाबा सत्यनारायण मौर्य के दल के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। पद्मश्री डॉ. ममता चंद्राकर ने अरपा पैरी के धार, पारंपरिक बिहावगीत, तोर मन कैसे लागे राजा सहित छत्तीसगढ़ी गीत का गायन कर श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम कर रहे दलों के कलाकारों के साथ अपनी फोटो खिंचवा कर उनका हौसला अफजाई किया।

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