सपना था आईपीएस बनू, युवक को चौथी बार में मिली कामयाबी

Update: 2023-05-24 05:15 GMT

रायपुर। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) एग्जाम में 278 रैंक के साथ IPS कैडर के साथ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के अभिषेक चतुर्वेदी ने सफलता हासिल की है। उनका मानना है कि इंजीनियरिंग करने वाले ज्यादातर युवाओं को सर्विस तो मिल जाती है। लेकिन, जॉब ओरिएंटेड फील्ड नहीं मिल पाता, जिसके चलते प्रशासनिक सेवा की तरफ स्टूडेंट जाते हैं। अभिषेक को लगातार तीन बार असफलता हाथ लगने के बाद भी कभी निराशा नहीं हुई। बल्कि, नई चुनौती के साथ नए सिरे से डटकर तैयारी करते रहे। यही वजह है कि चौथे प्रयास में उन्हें सीधे कामयाबी के शिखर तक पहुंचा दिया। बचपन से ही पढ़ाई में होनहार अभिषेक चतुर्वेदी ने प्राइमरी एजुकेशन सेंट जेवियर स्कूल से ली। फिर बाद में हाईस्कूल और हायरसेकेंडरी की पढ़ाई डीपीएस स्कूल से किया, जिसके बाद उन्होंने एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई में इंजीनियरिंग में प्रवेश ले लिया। उन्होंने इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांच से 2018 में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया। इंजीनियरिंग में उन्हें एग्रीगेट 72% अंक मिला।।

अभिषेक ने कहा कि उनके पिता विनय कुमार चतुर्वेदी रेलवे में चीफ कंट्रोलर हैं। ऐसे में उन्हें बचपन से अपने पिता के साथ रेलवे के अफसरों से मिलने का मौका मिलता रहा। इस बीच इंजीनियरिंग करने के साथ ही पांच लाख रुपए के पैकेज में जॉब का ऑफर मिल गया, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया और दिल्ली में रहकर UPSC एग्जाम के लिए कोचिंग करते हुए तैयारी शुरू कर दी।

अभिषेक ने बताया कि साल 2018 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद एक साल तक दिल्ली में रहकर अपने लक्ष्य को पाने का प्रयास किया। इस दौरान शुरुआत के तीन एग्जाम में लगातार अफसलता हाथ लगी। यहां तक प्रारंभिक परीक्षा में भी कामयाबी नहीं मिल पाई। साल 2020 में कोरोना कॉल में वे बिलासपुर आ गए और यहां रहकर एग्जाम की तैयारी करते रहे। घर पर उन्हें परिवार का पूरा सपोर्ट मिला और कभी मुझे निराश नहीं होने दिया। हर बार प्रिलिम्स से बाहर होने के बाद चुनौती का सामना किया। आखिरकार, चौथी बार में न सिर्फ प्रिलिम्स एग्जाम बल्कि मेंस और इंटरव्यू के बाद सीधे सिलेक्शन हो गया।

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