जिले में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश, किसान ख़ुशी से फुले नहीं समा रहे...

Update: 2021-09-14 08:30 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महासमुंद। भादो के पखवाड़े भर बाद जिले में किसान को प्रसन्न करने लायक बारिश हुई। बारिश न होने से चिंतित किसानों के लिए यह बारिश राहत व सुकून से भरी रही। बारिश का लोगों ने आनंद भी लिया। सोमवार सुबह से ही बारिश होती रही, जिला मुख्यालय में दोपहर एक बजे तक झमाझम बारिश हुई। फिर बारिश बंद हुई।

बाद शाम पांच बजे से फिर से तेज बारिश हुई, करीब घंटे भर की तेज बारिश से निचली गलियों में जलभराव की स्थिति रही। हालांकि शाम होते ही बारिश रिमझिम फुहारों में तब्दील हो गई। जिससे जल भराव इलाके से पानी निकल गया। इधर किसानों ने इसे प्राणदायक बारिश करार दिया। किसानों ने कहा कि मरणासन्ना की स्थिति के पहुंच चुके धान की फसल के लिए यह बारिश जीवनदायक रही। इससे फसल बच पाने की उम्मीद बढ़ गई है।

इधर मौसम विज्ञानी की माने तो रविवार को सुस्पष्ट चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में था। वह सोमवार को अत्यधिक प्रबल हो कर गहरा अवदाब के रूप में परिवर्तित हो गया है। इसके अभी तटीय ओडिशा और उसके आसपास स्थित होना बताया है। यह पश्चिम- उत्तर -पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है इसके अगले 24 घंटे में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर ओडिशा, उत्तर छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की ओर अगले 48 घंटे तक आगे बढ़ने की सम्भावना बताई गई है। इसके अगले 24 घंटे में कमजोर होकर अवदाब के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है।

मानसून द्रोणिका नलिया, दक्षिण गुजरात में स्थित निम्न दाब के केंद्र, खंडवा, बालाघाट, रायपुर, संबलपुर, तटीय ओडिशा में स्थित गहरा अवदाब के केंद्र और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणिका दक्षिण गुजरात में स्थित निम्न दाब के केंद्र से उत्तर तटीय ओडिशा में स्थित गहरा अवदाब के केंद्र तक दक्षिण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ होते हुए 1.5 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। आज प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। रायपुर संभाग के जिलों में भारी वर्षा होने की प्रबल संभावना बताई गई है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।

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