स्वास्थ्य विभाग की महिला अफसर की मौत, कुछ दिन पहले खुद को लगाई थी आग
छत्तीसगढ़
कोरबा। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से पति की मौत हो जाने की घटना पत्नी बर्दाश्त नहीं कर सकी और वियोग में अग्निस्नान कर ली। शत प्रतिशत जली अवस्था में उसे उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। 13 दिनों तक मौत और जीवन के बीच संघर्ष करने के बाद अंतत: उसने भी दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार यह हृदयविदारक घटना शहर में स्थित आरामशीन बस्ती की है। यहां रहने वाला सतीश दास महंत का विवाह करीब एक साल पहले कुसमुंडा क्षेत्र के पंडरीपानी निवासी मीना दीवान 30 साल के साथ हुई थी। मीना स्वास्थ्य विभाग में कम्यूनिटी हेल्थ आफिसर सीएचओ के पद पर पदस्थ थी। हाल ही में उसका तबादला करतला ब्लाक के नवापारा में हो गया था। कोरोना की दूसरी लहर इस दंपति पर कहर बन कर टूटा।
बताया जा रहा है कि मीना का पति सतीश संक्रमण की चपेट में आ गया, उसे उपचार के लिए कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन काफी प्रयास के बाद भी चिकित्सक उसकी जान नहीं बचा सके। नौ जून को उसकी मौत हो गई। प्रोटोकाल का पालन करते हुए सतीश का अंतिम संस्कार परिजनों ने किया। यह सदमा मीना बर्दाश्त नहीं कर सकी और अंतिम संस्कार कर परिजन घर पहुंचते, उसके पहले ही मिट्टी तेल छिड़क कर खुद को आग के हवाले कर लिया। किसी तरह उसे आग की लपटों से बचाया गया और स्थानीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। हालत बेहद नाजूक होने की वजह से उसे गहन उपचार के लिए रायपुर रेफर कर दिया गया था। मीना ने अस्पताल में अंतिम सांसे ली।