कांकेर। बस्तर संभाग कमिश्नर श्याम धावड़े ने आज कांकेर जिले के चारामा तहसील का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय के प्रत्येक कक्ष में जाकर दस्तावेजों का निरीक्षण किया तथा राजस्व प्रकरणों के निराकरण के संबंध में जानकारी ली। कानूनगो शाखा का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामों में स्थित देवगुड़ी, घोटुल सहित देवालयों के जमीन को राजस्व अभिलेख में दर्ज किया जावे उसकी जानकारी संबंधित गांव के ग्रामीणों सहित बैगा को भी दी जावे। उनके द्वारा तहसील कार्यालय परिसर स्थित उप कोषालय चारामा का भी निरीक्षण किया गया, इस अवसर पर उप कोषालय अधिकारी ध्वजा धु्रव अनुपस्थित पायी गई। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कमिश्नर धावड़े ने उप कोषालय अधिकारी को नोटिस जारी करने तथा उनका एक वेतन वृद्धि असंचायी प्रभाव से रोकने के लिए डिप्टी कमिश्नर माधुरी सोम को निर्देशित किया।
तहसील कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने रिकार्ड रूम का भी निरीक्षण किया तथा उसे एक माह के भीतर व्यवस्थित करने के लिए प्रभारी लिपिक को निर्देश दिये। नायब नाजीर, प्रतिलिपकार कक्ष, आवक-जावक शाखा, रीडर कक्ष इत्यादि का भी उन्होंने अवलोकन किया तथा राजस्व प्रकरणों के निराकरण और कार्यों के निष्पादन की जानकारी ली। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के लोगों को स्थाई जाति प्रमाण-पत्र जारी करने संबंधी प्रक्रिया एवं दस्तावेजों की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि स्थाई जाति प्रमाण पत्र के लिए मिशल रिकार्ड नहीं होने की स्थिति में सामाजिक पारिस्थिकि प्रमाण पत्र के आधार पर जाति प्रमाण पत्र जारी किया जाये। एसटी, एससी वर्ग के किसी भी व्यक्ति को जमीन के दस्तावेजों के लिए अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाये और न ही उन्हें संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया जाये। तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार को निर्देशित करते हुए कमिश्नर श्री धावड़े ने कहा कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के जमीन का मिशल रिकार्ड मिलना बहुत मुश्किल है। अतः उनके सामाजिक परिस्थितियों की जानकारी लेकर उन्हें जाति प्रमाण पत्र जारी किया जावे। चारामा तहसील में जाति प्रमाण पत्र जारी करने एवं वनाधिकार मान्यता पत्र के वितरण में अच्छी प्रगति होने पर उनके द्वारा प्रसन्नता भी व्यक्त किया गया। कमिश्नर श्री धावड़े ने निरीक्षण के दौरान तहसील कार्यालय में उपस्थित ग्रामीणों से भी बातचीत कर उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी लिया।