गर्भ में बच्चे की हुई मौत, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप

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Update: 2022-04-18 17:31 GMT

कांकेर। अव्यवस्था और विवादों को लेकर बड़गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक बार फिर सुर्ख़ियों में आ गया है। इस बार ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अस्‍पताल के स्टाफ और नर्स ने गर्भवती महिला की पिटाई करने से गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई है। दरअसल पूरा मामला बड़गांव थाना अंतर्गत मुरावंडी गांव का है।

जहां शनिवार और रविवार की रात तकरीबन दो बजे सोभीराम दर्रो अपनी गर्भवती पत्नी जानो बाई दर्रो को प्रसव के लिए बड़गांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया था, जिसके बाद महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया। परंतु कुछ समय बाद महिला की हालत बिगड़ने लगी, जिसे दुर्गुकोंदल रेफर कर दिया गया।

महिला के साथ की गई मारपीट
स्‍वजनों का आरोप है कि गर्भवती महिला के साथ स्टाफ नर्सो ने मारपीट की। जिसके चलते गर्भवती महिला की हालत बिगड़ी और तत्काल रेफर कर दिया गया। पीड़िता के स्‍वजन मनहेर दर्रो, रामकुमार दर्रो, रमोतीन दर्रो, पुनाउ राम, बुधराम उसेंडी, राजूराम, सोपसिंह, रायदेर ने बताया कि गर्भवती महिला को एका-एका बड़गांव से दुर्गूकोंदल रेफर करने का फैसला लिया गया, जिसके बाद वहां से भानुप्रतापपुर सिविल अस्पताल रेफर किया गया। फिर वहां से गौतम अस्पताल, उसके बाद रायपुर रेफर किया गया। जहां गर्भवती महिला ने का आपरेशन कर बच्चे का प्रसव किया गया।
मृत बच्चा पैदा हुआ
रायपुर में गर्भवती महिला का प्रसव तो हुआ परंतु मृत बच्चा पैदा हुआ। स्‍वजनों की माने तो दुर्गुकोंदल रेफर के दौरान तभी गर्भवती महिला ने स्‍वजनों को बताया कि मुझे घर ले चलो। यहां नर्सो के द्वारा मारपीट किया जा रहा हैं। परंतु प्रसव कराने के उम्मीद से महिला की बातों को नजर अंदाज किया गया।
नाराज कई स्‍वजनों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर जमकर हंगामा मचाया। बदहाल व्यवस्था और बसलूकी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई मामले में यह अस्पताल और स्वास्थ्यकर्मी चर्चे में रहे है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द ही दोषियों को यहां से तत्काल हटाते हुए उचित कार्रवाई की जाए।
वर्जन
पूरा मामला गंभीर है जांच करवाता हूं। उसके बाद ही कुछ कह पाऊंगा।
डा. जेएल उइके, जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बड़गांव

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