बड़े आराम से मेकाहारा अस्पताल में सजा काट रहा बंदी, कोर्ट में पेश किया फर्जी मेडिकल रिपोर्ट

Update: 2023-06-14 05:00 GMT

पत्रिका समूह के रिपोर्टर ने कड़ी मेहनत कर स्ट्रिंग किया, जिससे इस बड़े मामले का उजागर हुआ है. सोशल मीडिया में लोग रिपोर्टर की तारीफ कर रहे है. 

बड़े मामले के उजागर की सोशल मीडिया के कई प्लेट फार्म में चर्चा जोरों पर है. 

रायपुर। चोर चोरी से जाए , हेराफेरी से न जाए इस कहावत को करोड़ों की हेराफेरी करने वाले आरोपी ने फिर सच कर दिखाया है. 17 करोड़ के फर्जीवाड़े के आरोपी ने जेल जाने से बचने के लिए कोर्ट को फर्जी कोविड रिपोर्ट पेश कर दी. इस रिपोर्ट के आधार पर आरोपी अंबेडकर अस्पताल के कोविड ICU में भर्ती हो गया. जब एक प्रमुख समाचार समूह पत्रिका को इस मामले की जानकारी मिली तो रिपोर्टर ने कोविड ICU वार्ड की पड़ताल की. जिसमे यह सच सामने आया कि आरोपी ने 5 माह पुरानी स्वाइन फ्लू की लैब रिपोर्ट को कोविड की बनाकर कोर्ट में प्रस्तुत की थी. 

तेलंगाना जे जिला मेडक के निवासी सत्यनारायण वर्मा बीते एक साल से रायपुर जिले में बंद है. बीते माह पिता की बीमारी का इलाज कराने के नाम से आरोपी पैरोल पर हैदराबाद गया था. सोमवार को आरोपी की पैरोल खत्म हुई तो उसने लोधीपारा चौक की शिवम एडवांस वायरस डायग्नोस्टिक सेंटर एन्ड पैथ लैब की कोविड पॉजिटिव की रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी. 

अंबेडकर अस्पताल की बड़ी लापरवाही - अस्पताल में प्रबंधन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. आरोपी को सोमवार की शाम को भर्ती किया गया था. लेकिन एडमिट मंगलवार को दिखाया गया है. जब समाचार समूह पत्रिका की टीम मंगलवार शाम तक कोविड वार्ड में निगरानी कर रही थी. शाम तक कोविड की जांच डॉक्टरों द्वारा नहीं की गई. जब टीम ने आरोपी की मेडिकल फाइल देखी तो उसे दवाएं देंना शुरू कर दिया गया है. आरोपी को मोबाइल , बाहर का खाना और दोस्तों से मिलने की खुली छूट है. इसी मामले में का एक अन्य आरोपी भी तीन महीने से अंबेडकर अस्पताल में ऐश कर रहा है. 

 अंबेडकर अस्पताल के डॉ. ओपी सुंदरानी का कहना है कि कोर्ट के आदेश से बंदी को भर्ती किया गया था. उनकी जांच के लिए आदेश दिया गया है. अभी तक सैंपल कैसे नहीं लिए गए इसकी जानकारी ली जाएगी।

साभार - पत्रिका समाचार छग  

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