रायपुर। छत्तीसगढ़ में चालू वर्ष 2021 के दौरान तेन्दूपत्ता संग्रहण सीजन में 522 करोड़ रूपए से अधिक की राशि के 13 लाख 5 हजार 710 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। इस दौरान तेन्दूपत्ता संग्रहण करने वाले समस्त 12 लाख 14 हजार 372 संग्राहकों को 522 करोड़ रूपए की राशि का शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार द्वारा वनवासियों के हित में लिए गए अहम फेसले के फलस्वरूप राज्य में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को इनमें से केवल 2 माह मई तथा जून में ही 502 करोड़ 49 लाख रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका था। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि इससे राज्य के आदिवासी-वनवासी सहित तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कोरोना संकट की विषम परिस्थिति में रोजी-रोटी की कोई समस्या नहीं आयी और उन्हें तेन्दूपत्ता के संग्रहण से बहुत बड़ा सहारा मिला। इस तरह सभी वनवासियों सहित तेन्दूपत्ता संग्राहकों की जिन्दगी में कोरोना संकट की घड़ी में भी आय की झड़ी लग गई।
राज्य लघु वनोपज संघ से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष राज्य में सर्वाधिक तेन्दूपत्ता संग्रहण करने वाले 5 वन मंडलों में पूर्व भानुप्रतापपुर, बलरामपुर, सुकमा, बीजापुर तथा पश्चिम भानुप्रतापपुर शामिल हैं। इनमें पूर्व भानुप्रतापपुर वन मंडल के अंतर्गत 36 करोड़ 53 लाख रूपए की राशि के 91 हजार 320 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। इसके पश्चात् बलरामपुर वन मंडल के अंतर्गत 36 करोड़ 21 लाख रूपए की राशि के 90 हजार 526 मानक बोरा तथा सुकमा वन मंडल के अंतर्गत 30 करोड़ 37 लाख रूपए की राशि के 75 हजार 914 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। बीजापुर वन मंडल के अंतर्गत 30 करोड़ 16 लाख रूपए की राशि के 75 हजार 395 मानक बोरा और पश्चिम भानुप्रतापपुर वन मंडल के अंतर्गत 30 करोड़ 5 लाख रूपए की राशि के 75 हजार 120 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। इसी तरह वन मंडलवार दंतेवाड़ा में 4 करोड़ रूपए की राशि के 10 हजार 395 मानक बोरा, जगदलपुर में 6 करोड़ की राशि के 14 हजार 802 मानक बोरा, दक्षिण कोण्डागांव में 5 करोड़ रूपए की राशि के 12 हजार 446 मानक बोरा तथा केशकाल में 8 करोड़ 44 लाख रूपए की राशि के 21 हजार 107 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। नारायणपुर में 6 करोड़ 13 लाख रूपए की राशि के 15 हजार 322 मानक बोरा, कांकेर में 13 करोड़ 75 लाख रूपए की राशि के 34 हजार 364 मानक बोरा तथा राजनांदगांव में 26 करोड़ 22 लाख रूपए की राशि के 65 हजार 559 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। खैरागढ़ में 13 करोड़ 88 लाख रूपए की राशि के 34 हजार 698 मानक बोरा, बालोद में 8 करोड़ 15 लाख रूपए की राशि के 20 हजार 383 मानक बोरा तथा कवर्धा में 15 करोड़ 20 लाख रूपए की राशि के 38 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है।
वन मंडलवार धमतरी में 9 करोड़ 16 लाख रूपए की राशि के 22 हजार 890 मानक बोरा, गरियाबंद में 27 करोड़ 96 लाख रूपए की राशि के 69 हजार 890 मानक बोरा, महासमुंद में 29 करोड़ 95 लाख रूपए की राशि के 74 हजार 871 मानक बोरा तथा बलौदाबाजार में 8 करोड़ 35 लाख रूपए की राशि के 20 हजार 877 मानक बोरा तेन्दूत्ता का संग्रहण किया गया है। बिलासपुर में 11 करोड़ 89 लाख रूपए की राशि के 29 हजार 715 मानक बोरा, मरवाही में 7 करोड़ 78 लाख रूपए की राशि के 19 हजार 440 मानक बोरा तथा जांजगीर-चांपा में 01 करोड़ 51 लाख रूपए की राशि के 3 हजार 763 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। इसी तरह रायगढ़ में 17 करोड़ 88 लाख रूपए की राशि के 44 हजार 702 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 28 करोड़ रूपए की राशि के 70 हजार 157 मानक बोरा, कोरबा में 17 करोड़ 18 लाख रूपए की राशि के 42 हजार 960 मानक बोरा तथा कटघोरा में 26 करोड़ 37 लाख रूपए की राशि के 65 हजार 932 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। जशपुर में 9 करोड़ 32 लाख रूपए की राशि के 23 हजार 297 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ में 12 करोड़ 80 लाख रूपए की राशि के 32 हजार मानक बोरा, कोरिया में 8 करोड़ 40 लाख रूपए की राशि के 20 हजार 996 मानक बोरा, सरगुजा में 12 करोड़ 26 लाख रूपए की राशि के 30 हजार 645 मानक बोरा तथा सूरजपुर में 23 करोड़ 28 लाख रूपए की राशि के 58 हजार 207 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।