भैयाथान। विकासखंड शिक्षा अधिकारी पर छिकरापारा में पदस्थ शिक्षिका ने मानसिक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वहीं 3 महीने का वेतन न देने की बात शिक्षिका ने कही है। गौरतलब है कि अक्टूबर में शिक्षकों का पदोन्नति शासन द्वारा किया गया था, जिसमें छिकरापारा में पदस्थ शिक्षक कुसुम यादव को पदोन्नति कर खुटरापारा प्राथमिक शाला में पदस्थ किया गया है। एकल शिक्षक होने के कारण प्राथमिक शाला छिकरापारा में पद रिक्त होने के कारण यादव द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के पास पदोन्नति के बाद पदांकिन्त शाला से आंशिक संशोधन के लिए आवेदन दिया गया लेकिन विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और ना ही आवेदन का निराकरण किया, जबकि विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि अगर इस स्कूल से पदोन्नति हो रहा है और उसी स्कूल में जगह रिक्त है तो प्राथमिकता में उसी स्कूल में ही पदोन्नति का लाभ दिया जाए, नहीं देने पर लोक शिक्षा संचनालय के विरुद्ध बताया जाता है।
बीईओ ने रोका शिक्षिका का वेतन
वर्तमान बीईओ फुलसाय मरावी ने 4 महीने से प्रधान पाठक कुसुम यादव का वेतन रोक दिया है। वर्तमान बीईओ के द्वारा पूर्व में प्रधान पाठक का वेतन दिया गया था लेकिन वर्तमान बीईओ के द्वारा आखिरकार प्रधान पाठक का वेतन क्यों रोक दिया गया, यह समझ से परे है जबकि आज तक छिकरापारा स्कूल में किसी भी प्रधान पाठक का पदस्थापना नहीं किया गया है। शिक्षिका ने जब वेतन रोकने की जानकारी चाही तो बीईओ के द्वारा कार्यालय से उसे भगा दिया गया और आवेदन भी नहीं लिया गया। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी ललित पटेल ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।