रायपुर। केंद्र के सामान DA और पुरानी पेंशन सहित अन्य मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा एक बार आंदोलन की राह पर है। शिक्षक संघर्ष मोर्चा आज से चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगा। संगठन से जुड़े शिक्षक आज प्रदेश के सभी 146 विकासखंडों में पांच सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगा। वहीं कल से 24 नवंबर तक मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायकों को देंगे अपना मांगपत्र देंगे। इस के बाद 25 नवंबर से इंद्रावती से महानदी भवन तक पैदल मार्च कर प्रदर्शऩ करेंगे।
बता दें कि शिक्षकों की इस आंदोलन की शुरूआत 14 अक्टूबर से हुई थी। इस दिन शिक्षकों ने सभी जिला मुख्यालय में ज्ञापन दिया गया। 24 अक्तूबर को सभी जिला मुख्यालय में धरना, रैली प्रदर्शन किया था। 1 नवंबर राज्य स्थापना के दिवस प्रदेश भर के शिक्षक पूर्व सेवा गणना दीप जलाकर अपना अधिकार मांगा था। वहीं अब विकासखंड मुख्यालयों में सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। शिक्षकों का कहना है कि मोदी की गारंटी में वेतन विसंगति दूर करने, समयमान क्रमोन्नति, प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना और देय तिथि से महंगाई भत्ता देने का भाजपा ने घोषणा पत्र में वादा किया था। सरकार बनने के कई महीने बीत जाने के बाद भी इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। यही वजह है कि अब शिक्षकों को आंदोलन की राह पर चलना पड़ रहा है।
शिक्षकों का कहना है कि मोदी की गारंटी में वेतन विसंगति दूर करने, समयमान क्रमोन्नति, प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना और देय तिथि से महंगाई भत्ता देने का भाजपा ने घोषणा पत्र में वादा किया था। सरकार बनने के कई महीने बीत जाने के बाद भी इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। यही वजह है कि अब शिक्षकों को आंदोलन की राह पर चलना पड़ रहा है।