महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रदेश सरकार लगातार सार्थक प्रयास कर रही: महापौर
धमतरी: प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो-वार्ता कार्यक्रम 'लोकवाणी' की 27वीं कड़ी का प्रसारण आज आकाशवाणी सहित विभिन्न प्रादेशिक समाचार चैनलों के माध्यम से किया गया। मुख्यमंत्री ने इस बार 'छत्तीसगढ़ सरकार- नारी शक्ति से सरोकार' विषय पर प्रदेशवासियों को संबोधित किया। लोकवाणी की आज की कड़ी का प्रसारण नगर निगम कार्यालय के सभाकक्ष में सुनने के बाद महापौर श्री विजय देवांगन ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को लेकर प्रदेश की मौजूदा सरकार बेहद संजीदा है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अगुवाई में इस दिशा में लगातार सार्थक प्रयास हो रहे हैं। महिलाओं को समूहों के माध्यम से जोड़कर रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं।
महापौर श्री देवांगन ने लोकवाणी सुनने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजनीतिक हो, या सामाजिक को या सांस्कृतिक हर क्षेत्र में पिछले तीन सालों में महिलाओं भी सहभागिता में विस्तार हुआ है। वहीं गौठान में विभिन्न गतिविधियों के सफलतापूर्वक संचालन में महिलाओं की भूमिका सबसे अहम है। उन्होंने आगे कहा कि तीज पर्व पर अवकाश, छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत लिए गए पुराने ऋण की माफी, सक्षम योजना के तहत ब्याज दर साढ़े छह प्रतिशत से घटाकर तीन फीसदी करना, नौ जिलों में नए महिला महाविद्यालयों का गठन जैसे अनेेकों काम तथा योजनाएं यह इंगित करती हैं कि महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। निगम के सभापति श्री अनुराग मसीह ने लोकवाणी सुनने के बाद कहा कि महतारी जतन योजना के जरिए आंगनबाड़ी केन्द्रों गर्भवती महिलाओं गर्म भोजन परोसने, कौशल्या मातृत्व योजना, बिहान कार्यक्रम के तहत सी-मार्ट के जरिए महिलाओं को व्यवसायोन्मुखी बनाने जैसे कई कार्य सरकार के द्वारा प्राथमिकता से किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विगत तीन सालों में सरकार की मदद से महिलाआंे को प्रशिक्षित कर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाया गया है वह बेजोड़ है। नगरीय निकायों में महिला सफाई मित्र इसका अच्छा उदाहरण है। इसके अलावा सभाकक्ष में मौजूद एमआईसी सदस्य श्री राजेश ठाकुर, केन्द्र कुमार पेंदरिया, चोवाराम वर्मा, राजेश पाण्डेय, अवैश हाशमी सहित वरिष्ठ नागरिक श्री मदनमोहन खंडेलवाल, देवेन्दर अजमानी, प्रेमशंकर चौबे आदि ने भी लोकवाणी की आज की कड़ी सुनी तथा अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।