कोरबा। नगरीय क्षेत्रों में अवैध निर्माण का सर्वे व चिन्हांकन कर नियमितिकरण में तेजी लायें। नियमितिकरण से होने वाले फायदों की जानकारी लोगों को दे व इसके लिए प्रेरित करें। कलेक्टर संजीव झा ने आज समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया। अनाधिकृत नियमितिकरण से संपत्ति खुद की होगी। संपत्ति का रजिस्ट्री करा सकेंगे व बिक्री भी कर सकेंगे। मॉर्डगेज कर लोन भी ले सकेंगे। नगर पालिका में पंजीयन होने से उस निर्माण कार्य को विस्तार की अनुमति भी मिलेगी। कलेक्टर ने नियमितिकरण के इन फायदों सें आम जनता को अवगत कराने कहा। सरकार ने इसके लिए अवसर दिया है, इसका फायदा उठायें। वाणिज्यिक उद्देश्य के लिए किए गए अवैध निर्माण का नियमितिकरण प्राथमिकता से होना चाहिए।
बैठक में धान खरीदी व उठाव की समीक्षा की गई। उपार्जन केंद्रों से 99 प्रतिशत धान का उठाव हो गया है। कलेक्टर ने पाली में उपमण्डी बनाने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुरूप प्रस्ताव भेजने निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक का समय निर्धारित कर दोपहर 12 बजे से बाजार लगने तक क्लीनिक संचालित करने के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में एफआरए के साथ-साथ पेसा एक्ट के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाए। इस प्रशिक्षण में राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों, वर्तमान व भूतपूर्व सरपंचों व पंचों को प्रशिक्षण देने के लिए रोस्टर जारी करने का निर्देश दिया गया।
मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान दीपका तहसील अंतर्गत भिलाई बाजार में उप तहसील कार्यालय प्रारंभ करने की घोषणा की गई थी। जिसके अनुरूप कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दीपका के नायब तहसीलदार दो दिन भिलाई बाजार उप तहसील कार्यालय में बैठेंगे। बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री की घोषणाओं के संबंध में विस्तृत समीक्षा की तथा समय सीमा में उन्हें पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर, अपर कलेक्टर प्रदीप साहू, नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।