यह आयोजन प्रेम, करुणा और विवेक के अविस्मरणीय नायक महात्मा गांधी की अनमोल विरासत को सहेजने और आगे बढ़ाने की एक विनम्र प्रयास है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अपने जीवन की हर सांस को भारत की आजादी एवं स्वाभिमान के लिए समर्पित कर देने वाले उस महानायक के प्रति आभार जताना है, जो सर्वाेच्च मानवीय मूल्यों का एक मूर्तमान रूप बन गया था। जिसका प्रेम और अभय आज भी आजाद और लोकतांत्रिक भारत के लिए प्रेरणा का चिरस्थायी स्रोत है। साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री ईश्वर सिंह दोस्त, सन्मति के अध्यक्ष श्री मनमोहन अग्रवाल और अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के राज्य प्रमुख श्री सुनील साह ने बताया कि इस कार्यक्रम में जागरूक नागरिक, खास तौर पर युवा, इकट्ठे होकर गांधी और उनके उसूलों एवं जीवन आदर्श को याद करेंगे। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10.30 बजे सत्य व अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी के प्रिय भजनों के गायन से होगी, जिसे इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ का समूह प्रस्तुत करेगा।
साइंस कॉलेज सभागार में इसके बाद देश के तीन जाने-माने लेखक और विचारक अपनी बात रखते हुए युवाओं के साथ संवाद करेंगे। इनमें भागलपुर की डॉ सुजाता चौधरी हैं, जो प्रख्यात गांधीवादी विचारक और जमीनी कार्यकर्ता हैं। उनकी गांधी से जुड़ी कई पुस्तकें भी प्रकाशित हैं। दिल्ली से 'कश्मीर नामा', 'उसने गांधी को क्यों मारा' जैसी बहुचर्चित कृतियों के लेखक श्री अशोक कुमार पाण्डेय और डाल्टनगंज से चिंतक और तेजस्वी वक्ता श्री शैलेंद्र कुमार भी आ रहे हैं। ये अतिथि वक्ता गांधी की शहादत के पचहत्तर साल पूरे होने पर देशवासियों के कर्तव्य पर पहले अपनी बात रखेंगे और फिर युवा अपनी जिज्ञासाओं पर इनसे संवाद भी कर सकेंगे। इस अवसर पर गांधी के जीवन और विचारों से प्रेरित एक पोस्टर और चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी।
आयोजकों ने शहर और आसपास के नागरिकों, खास तौर पर युवाओं से बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल होकर गांधी को याद करने की अपील की है। इच्छुक श्रोता लिंक
https://forms.gle/EDpSmrHkyEnUsWzeA
के माध्यम से अपना पंजीयन करवा सकते हैं।