अम्बिकापुर। आज पुनर्जीवित यीशु के संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए हमारे दिल व दिमाग में जोश व उत्साह की की जरूरत है, जिससे हम समाज में फैले ईष्र्या, द्वेष, घृणा, धर्म के नाम पर कट्टरवादिता जैसी बुराइयों को सदा के लिए दफन कर सकें। पुनर्जीवित यीशु मसीह के गुणों से अलंकृत होकर प्रेम भाईचारे का पैगाम देकर समाज व देश में विश्व शांति का संदेश देने में अपना योगदान दे सकें। उक्त बातें सरगुजा धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप अंतोनिस बड़ा ने प्रभु यीशु के मृत्यु पर विजय के पर्व ईस्टर की पूर्व संध्या पर नवापारा स्थित बेदाग इश्माता महा गिरिजाघर में समुदाय को संबोधित करते हुए अपने संदेश में कही।
पुण्य शनिवार की रात 10 बजे पास्का मोमबत्ती के आशीष के बाद समुदाय द्वारा घरों लाई हुई मोमबत्तियां पास्का मोमबत्ती से प्रज्ज्वलित कर धर्म विधियां प्रारंभ हुई। समस्त धार्मिक अनुश्ठान बिशप अंतोनिस बड़ा की अगुवाई में पल्ली पुरोहित फादर जार्ज ग्रे कुजूर व फादर अमृत ने संयुक्त रूप से सम्पन्न कराई। इस दौरान पवित्र बाइबिल पाठ के आठ पाठों का वाचन राजेन्द्र तिग्गा पूर्व महापौर प्रबोध मिंज, अजय अरुण मिंज, डॉ. रोजलिन, एमानुएल एक्का व समुदाय के लोगों द्वारा किया गया। सुसमाचार का वाचन फादर थेओडोर लकड़ा ने किया।
रात 10 बजे से प्रारंभ होकर मध्य रात्रि तक चले इस पूरे कार्यक्रम के दौरान बीच बीच में फादर पीटर खेस, फादर मुक्ति लकड़ा, फादर जॉन कुजूर व पारिस युवा संघ की टीम के भक्ति गीतों से चर्च परिसर गुंजायमान होता रहा। प्रभु यीशु को समर्पित भक्ति गीतों की प्रस्तुति को भक्तों ने खूब सराहा।
परम प्रसाद वितरण के साथ ही समस्त धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न हुए। रात 12 बजते ही चर्च की घंटियां बजना शुरू होते ही समुदाय के द्वारा एक दूसरे का अभिवादन किया व युवाओं ने जमकर आतिशबाजी कर अपनी खुशियों के संदेश को दिया। इस अवसर पर नीलम टोप्पो, रविन्द्र तिग्गा,मति मिंज,नोबोर लकड़ा, फ्रांसिस केरकेट्टा,जगजीत मिंज , बीरेंद्र टोप्पो,भानु खलखो,प्रवीण मिंज,फा अविरा, फ़ा अनुरंजन, व महिला संघ, युवा संघ के पदाधिकारी सहित शहर में समुदाय द्वारा संचालित संस्थानों के प्रमुख फादर सिस्टर्स व हजारों की संख्या में मसीहिजन उपस्थित थे।